AIN NEWS 1: पानीपत में एक धागा व्यापारी के बेटे ने जुए में 22 करोड़ रुपये हार दिए। पैसे वापस करने के लिए उसने अपनी फैक्ट्री भी बेच दी, लेकिन सट्टेबाजों का कर्ज चुका नहीं सका। अब सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपये का जुर्माना लगा रहे हैं और उसे बार-बार पीट रहे हैं। इस स्थिति से परेशान होकर युवक ने सुसाइड नोट छोड़कर घर से भागने की कोशिश की थी, लेकिन अब वह वापस आ गया है।
हाल ही में, शहर के बड़े उद्योगपति और पूर्व मेयर उसके समर्थन में एकजुट हुए और उसे चांदनी बाग थाने ले गए। वहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई और परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की।
पीड़ित के पिता, रामकुमार गाबा ने बताया कि जब उन्हें इस स्थिति का पता चला, तब तक उनका बेटा सट्टेबाजों के चंगुल में फंस चुका था। उन्होंने कहा कि बेटा अब इस दलदल से बाहर निकलना चाहता है और चाहते हैं कि इस तरह के मामले में फंसे हुए लोगों को किसी तरह बचाया जाए।
सुसाइड नोट में अक्षय गाबा ने लिखा कि पांच सट्टेबाजों ने उससे 22 करोड़ रुपये ऐंठे हैं और अब भी उस पर करोड़ों रुपये देने का दबाव बनाया जा रहा है। अक्षय के चचेरे भाई निशांत ने बताया कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था और पुलिस को गुमशुदगी की रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की। अब वे चांदनी बाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराना चाहते हैं और सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सुसाइड नोट में अक्षय ने लिखा है कि उसने सारे पैसे मैच में हार दिए, अपनी सारी सेविंग्स निकाल दीं, और अब उसे रात-रात भर धमकियां सुननी पड़ रही हैं। वह इस दलदल से बाहर निकलने की पूरी कोशिश कर चुका है लेकिन अब जीना मुश्किल हो गया है। उसने अपने परिवार से माफी मांगी है और अपनी स्थिति के बारे में बताया है कि वह अब और नहीं झेल सकता।