AIN NEWS 1 हापुड़: सिटी कोतवाली इलाके के विवेक विहार कॉलोनी में रहने वाले एक सेवानिवृत्त पेंशनर अशोक कुमार अग्रवाल से साइबर ठगों ने 1 करोड़ 75 लाख रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए शेयर ट्रेडिंग में बड़ा रिटर्न देने का झांसा देकर यह धोखाधड़ी की। पीड़ित ने अपनी और अपने बच्चों की पूरी जमा पूंजी गंवा दी।
शेयर ट्रेडिंग का लालच देकर ठगा
पीड़ित के बेटे मोहित अग्रवाल ने बताया कि उनके पिता व्हाट्सएप पर एक ग्रुप से जुड़े थे। इस ग्रुप की सदस्य मीरा दत्त ने व्हाट्सएप कॉल के जरिए शेयर बाजार में निवेश करने पर बड़ा मुनाफा देने का वादा किया। ठगों ने पीड़ित का भरोसा जीतने के लिए कई झूठे दावे किए।
17 अक्टूबर से 13 नवंबर के बीच, अशोक अग्रवाल ने अलग-अलग किस्तों में कुल 1.75 करोड़ रुपये ठगों द्वारा बताए गए बैंक खातों में जमा कर दिए। ठगों ने उनकी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए 30 अक्टूबर को एक लाख रुपये और 5 नवंबर को 2 लाख रुपये निकालने की अनुमति दी, जिससे पीड़ित को लगा कि उनका निवेश सुरक्षित है।
नए ग्रुप और आईपीओ का झांसा
मीरा दत्त ने अशोक अग्रवाल को एक नए आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी, जहां शुरुआती चरण में पैसा जमा करने की आवश्यकता नहीं थी। इसी दौरान ठगों ने पुराने व्हाट्सएप ग्रुप को डिलीट कर एक नया ग्रुप बना दिया। जब अशोक को शक हुआ, तो ठगों ने उन्हें बहला-फुसलाकर नए ग्रुप में जोड़ लिया।
इसके बाद ठगों ने और पैसे मांगे। जब पीड़ित ने अपनी राशि वापस मांगी, तो ठगों ने उनका फंड ब्लॉक कर दिया। ठगों द्वारा दी गई एप्लीकेशन पर दिखाया गया कि उनके फंड की कुल वैल्यू 10.79 करोड़ रुपये है, लेकिन असल में उन्हें एक भी पैसा वापस नहीं मिला।
शिकायत दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
ठगी का अहसास होने पर अशोक के बेटे मोहित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सीओ वरुण मिश्र ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और साइबर टीम ठगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सावधानी जरूरी
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने और निवेश करने से पहले पूरी जानकारी जुटाएं। ऐसे मामलों में सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।
> निष्कर्ष: साइबर अपराधी अक्सर बड़े मुनाफे का लालच देकर लोगों को ठगते हैं। इस घटना से सीख लेकर अन्य लोगों को सतर्क रहना चाहिए।