AIN NEWS 1: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) हिंदू धर्म, संस्कृति और विरासत पर शोध के लिए एक नई पहल शुरू करने जा रहा है। विश्वविद्यालय जल्द ही हिंदू अध्ययन में PhD कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव लाने जा रहा है, जो 2025-26 से लागू हो सकता है। इस फैसले से छात्र धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से हिंदू धर्म के विभिन्न पहलुओं पर गहरे अध्ययन और शोध करने में सक्षम होंगे।
सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की सिफारिश
दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज की गवर्निंग बॉडी ने इस नए PhD कार्यक्रम को शुरू करने के लिए अपनी सिफारिश दी है। यह कदम हिंदू धर्म और संस्कृति के अध्ययन में गहराई लाने के उद्देश्य से उठाया गया है। गवर्निंग बॉडी ने 2025-26 में इस कार्यक्रम को शुरू करने का प्रस्ताव रखा है।
कुल 10 सीटों की योजना
इस PhD कार्यक्रम के तहत सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज में कुल 10 सीटें रखी जा सकती हैं। इन सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया में सभी वर्गों के छात्रों को समान अवसर मिलेगा। इसमें सामान्य, ओबीसी, एससी, एसटी, और अन्य कैटेगरी के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा। यह पहल दिल्ली विश्वविद्यालय में विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस PhD कोर्स का उद्देश्य हिंदू धर्म, संस्कृति, दर्शन, इतिहास और समाज के विभिन्न पहलुओं पर गहन अध्ययन करना है। छात्र इस कार्यक्रम के माध्यम से हिंदू धर्म के धार्मिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को समझने और विश्लेषण करने में सक्षम होंगे। यह कार्यक्रम हिंदू धर्म के शिक्षाओं और उनके समकालीन समाज पर प्रभाव को भी समझने में मदद करेगा।
शोध के नए अवसर
इस PhD कार्यक्रम के जरिए छात्र विभिन्न विषयों पर शोध कर सकेंगे, जैसे हिंदू धर्म के ऐतिहासिक पहलू, आधुनिक समाज में हिंदू धर्म का प्रभाव, और हिंदू धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन। यह पाठ्यक्रम उन छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर होगा, जो हिंदू धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय का यह कदम हिंदू धर्म और संस्कृति के अध्ययन में एक नया अध्याय जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस से न केवल धार्मिक अध्ययन के क्षेत्र में नई दिशा मिलेगी, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समृद्धि को भी बढ़ावा मिलेगा।