ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में हुए 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की भावी अध्यक्षता को लेकर एक स्पष्ट और दूरदर्शी दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कहा कि भारत BRICS को एक नए रूप में गढ़ेगा—जहां ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज को प्राथमिकता मिलेगी, और संगठन सहयोग, स्थायित्व और नवाचार का प्रतीक बनेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में BRICS केवल एक मंच नहीं रहेगा, बल्कि वह एक ऐसी ताकत बनेगा जो विकासशील देशों की वास्तविक जरूरतों और आकांक्षाओं को सामने लाएगा। यह मंच “मानवता पहले” की भावना के साथ आगे बढ़ेगा।
🌐 छोटे देशों की भूमिका को मिलेगा महत्व
मोदी ने कहा कि यह समय है जब अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में छोटे और विकासशील देशों की आवाज को भी उतनी ही गंभीरता से सुना जाए। भारत इस बात का समर्थन करता है कि सभी देशों को बराबरी का हक मिले, और उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो।
🌍 क्लाइमेट जस्टिस: भारत का नैतिक कर्तव्य
प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत की सोच साझा करते हुए कहा कि जहां कुछ देश इसे केवल आंकड़ों में गिनते हैं, वहीं भारत इसे अपने संस्कारों में जीता है। उन्होंने कहा, “पृथ्वी का स्वास्थ्य और मानव स्वास्थ्य आपस में गहराई से जुड़े हैं।”
🤖 नई तकनीकों तक सबकी पहुंच
बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे तकनीकी मुद्दों पर भी चर्चा हुई। मोदी ने कहा कि यह तकनीक केवल अमीर देशों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि इसका लाभ सभी को मिलना चाहिए।
🛑 आतंकवाद पर कड़ा रुख
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने इस साल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए कहा कि यह हमला सिर्फ भारत नहीं, बल्कि पूरी दुनिया पर था। उन्होंने साफ कहा कि जो देश आतंकवाद को समर्थन देते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। BRICS द्वारा पहलगाम हमले की निंदा किए जाने पर भारत ने आभार जताया।
✊ आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया भर के देशों से अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। यह लड़ाई केवल भारत की नहीं, बल्कि समूची मानवता की है।
At the 2025 BRICS Summit in Rio de Janeiro, Prime Minister Narendra Modi unveiled India’s bold vision for its upcoming BRICS presidency. He emphasized prioritizing the Global South, promoting innovation, strengthening stability, and ensuring equal participation for developing nations. Modi also highlighted the need for strict action against terrorism and greater access to AI and technology for all countries, not just the wealthy. His speech reflected India’s evolving role as a global leader for equitable growth and peace.