AIN NEWS 1 | भारत के लिए ऐतिहासिक पल तब आया जब ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बने। वे एक्सीओम-4 (Axiom-4) मिशन का हिस्सा रहे और अब उनकी इस कामयाबी को लेकर देशभर में उत्साह और गर्व की लहर है। सोमवार, 18 अगस्त 2025, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में शुभांशु शुक्ला से मुलाकात की और इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी।
पीएम मोदी और शुभांशु शुक्ला की मुलाकात
दिल्ली में हुई इस मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी शुभांशु शुक्ला का गर्मजोशी से स्वागत करते नजर आए। प्रधानमंत्री ने उनसे हाथ मिलाया, गले लगाया और उनके कंधे पर हाथ रखकर बधाई दी।
शुभांशु शुक्ला ने पीएम मोदी को एक टैबलेट पर अपनी अंतरिक्ष यात्रा की तस्वीरें और मिशन के दौरान के कुछ खास अनुभव दिखाए। यह पल न केवल शुभांशु के लिए गर्व का क्षण था बल्कि पूरे देश के लिए भी एक प्रेरणादायक अवसर रहा।
अंतरिक्ष यात्रा से लौटे भारत
शुभांशु शुक्ला अमेरिका से शनिवार देर रात भारत लौटे थे। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं एयरपोर्ट पहुंचे और उन्हें बधाई दी।
इसके अलावा, शुभांशु के परिवारजन भी इस पल के गवाह बने। उनके पिता शंभु दयाल शुक्ला और बहन शुचि मिश्रा विशेष रूप से लखनऊ से दिल्ली पहुंचे ताकि बेटे और भाई का स्वागत कर सकें। परिवार के चेहरे पर गर्व और खुशी साफ झलक रही थी।
शुभांशु शुक्ला: भारत का गौरव
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के अनुभवी अधिकारी हैं। उन्होंने वर्षों की मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया। उनका चयन एक्सीओम-4 मिशन के लिए हुआ और वे ISS तक पहुंचने वाले पहले भारतीय नागरिक बने।
उनकी इस सफलता से भारत का नाम अंतरिक्ष क्षेत्र में और ऊंचाई पर पहुंच गया है। अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक में भारत लगातार बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहा है और शुभांशु की यह उड़ान उस प्रगति का एक और अहम प्रमाण है।
पीएम मोदी ने की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात के दौरान कहा कि शुभांशु शुक्ला ने न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि भारत के युवाओं को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।
मोदी ने आगे यह भी कहा कि आने वाले समय में भारत अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण में और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा और शुभांशु जैसे साहसी लोग देश को नई दिशा देंगे।
भारत की अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय
शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि को भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में एक नए अध्याय के रूप में देखा जा रहा है। अब तक भारतीय वैज्ञानिक और इंजीनियर अंतरिक्ष मिशनों में अहम भूमिका निभाते आए हैं, लेकिन एक भारतीय नागरिक का सीधे ISS तक जाना बेहद बड़ी उपलब्धि है।
यह कदम भविष्य में भारत के गगनयान मिशन और अन्य अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का ISS मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री मोदी की उनसे मुलाकात ने इस उपलब्धि को और खास बना दिया। यह पल हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी।