PM Modi Highlights Teachings of Navkar Mantra at Navkar Mahamantra Divas Event in Delhi
‘नवकार महामंत्र दिवस’ पर बोले पीएम मोदी: असली जीत है अपने अंदर की बुराइयों पर विजय पाना
AIN NEWS 1: दिल्ली में आयोजित ‘नवकार महामंत्र दिवस’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैन धर्म के मूल सिद्धांतों और नवकार मंत्र की शिक्षाओं को विस्तार से समझाया। इस अवसर पर उन्होंने आत्मविश्लेषण, आत्मविश्वास और भीतर की नकारात्मकताओं पर विजय प्राप्त करने के महत्व पर बल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नवकार मंत्र हमें सिखाता है कि खुद पर विश्वास करें। हमारा असली दुश्मन बाहर नहीं, बल्कि हमारे अंदर होता है। नकारात्मक सोच, बेईमानी, स्वार्थ – ये ही हमारे असली दुश्मन हैं। इन पर विजय पाना ही असली जीत होती है।”
उन्होंने कहा कि आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में लोग बाहरी समस्याओं को ही असली कारण मानते हैं, लेकिन जैन धर्म हमें सिखाता है कि आत्मा की शुद्धि और आंतरिक सुधार ही सबसे आवश्यक है। नवकार मंत्र के माध्यम से आत्मा को शुद्ध करने और आत्म-बल बढ़ाने की प्रेरणा मिलती है।
नवकार मंत्र की विशेषता पर बल देते हुए पीएम मोदी ने कहा:
यह मंत्र न किसी देवता को संबोधित है, न किसी व्यक्ति विशेष को।
यह सभी महान आत्माओं को नमन करता है, जो आत्म-साक्षात्कार के पथ पर चले हैं।
यह समानता, संयम और सह-अस्तित्व का संदेश देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैन धर्म केवल एक धर्म नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। यह जीवन को संयमित, शांतिपूर्ण और सत्यनिष्ठा के मार्ग पर चलाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि आत्म-परिष्कार के बिना कोई भी समाज या व्यक्ति सच्ची उन्नति नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि:
हमें दूसरों को दोष देने से पहले स्वयं की कमियों को पहचानना चाहिए।
समाज में सुधार की शुरुआत स्वयं से होनी चाहिए।
संयम, अहिंसा और सत्य जैसे मूल्य आज भी प्रासंगिक हैं और जैन दर्शन इन्हीं पर आधारित है।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारत की आध्यात्मिक परंपरा में जैन धर्म की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। अहिंसा और आत्म-नियंत्रण के विचारों ने भारत की सांस्कृतिक पहचान को सशक्त किया है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह संदेश दिया कि:
आत्म-विश्वास ही जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है।
जब हम अपने भीतर की नकारात्मक शक्तियों को हराते हैं, तभी हम समाज को सकारात्मक दिशा में ले जा सकते हैं।
नवकार मंत्र आत्म-शक्ति का प्रतीक है, जो हमें आंतरिक विजय की राह दिखाता है।
कार्यक्रम में जैन संतों, श्रद्धालुओं और देश भर से आए प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। सभी ने प्रधानमंत्री के भाषण की सराहना की और इसे प्रेरणादायक बताया।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश न केवल जैन समाज के लिए बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बाहरी शत्रु से लड़ना आसान हो सकता है, लेकिन अपने भीतर की कमजोरियों पर विजय पाना ही असली चुनौती है। नवकार महामंत्र हमें आत्म-निरीक्षण, संयम और आध्यात्मिक उन्नति की राह दिखाता है, जिसे अपनाकर हम व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तरों पर विकास कर सकते हैं।
Prime Minister Narendra Modi addressed the Navkar Mahamantra Divas event in Delhi, highlighting the core teachings of the Navkar Mantra rooted in Jain philosophy. He emphasized that real enemies lie within us—such as negative thinking, dishonesty, and selfishness—and true victory comes from conquering these internal challenges. PM Modi praised Jainism for inspiring self-discipline, inner peace, and self-belief, encouraging citizens to reflect on their inner self rather than blaming external forces. This spiritually enriching speech reinforces India’s ancient traditions and promotes mindfulness in today’s fast-paced world.