AIN NEWS 1 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में तीन दिवसीय श्रीलंका दौरे के बाद भारत लौट आए। वापसी के दौरान उन्हें एक विशेष और दिव्य अनुभव प्राप्त हुआ—रामनवमी के शुभ अवसर पर उन्होंने आकाश से रामसेतु के दर्शन किए। यह जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर साझा की और इस क्षण का एक वीडियो भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया।
On the way back from Sri Lanka a short while ago, was blessed to have a Darshan of the Ram Setu. And, as a divine coincidence, it happened at the same time as the Surya Tilak was taking place in Ayodhya. Blessed to have the Darshan of both. Prabhu Shri Ram is a uniting force for… pic.twitter.com/W9lK1UgpmA
— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2025
रामसेतु दर्शन का अद्भुत संयोग
अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, “आज रामनवमी के पावन अवसर पर श्रीलंका से वापस आते समय आकाश से रामसेतु के दिव्य दर्शन हुए। ईश्वरीय संयोग से, उसी समय अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन का भी सौभाग्य मिला। मेरी प्रार्थना है कि हम सभी पर प्रभु श्रीराम की कृपा बनी रहे।” यह दृश्य न केवल आध्यात्मिक रूप से प्रेरणादायक था, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर उजागर करने का एक सशक्त माध्यम भी बना।
पंबन ब्रिज का भव्य उद्घाटन
तमिलनाडु के रामेश्वरम में पीएम मोदी ने भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेल पुल, पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया। यह ब्रिज 2019 में रखी गई नींव पर आधारित है और अब बनकर तैयार हो गया है। 2.08 किलोमीटर लंबा यह पुल रामेश्वरम द्वीप को मंडपम से जोड़ता है।
इस पुल की खास बात यह है कि इसका एक हिस्सा ऊपर उठाया जा सकता है, जिससे बड़े जहाज इसके नीचे से आसानी से गुजर सकते हैं। इस तकनीक को ‘वर्टिकल लिफ्ट स्पैन’ कहा जाता है, और इसका संचालन स्वयं प्रधानमंत्री ने रिमोट के जरिए किया।
स्वदेशी इंजीनियरिंग की मिसाल
यह पुल भारतीय इंजीनियरिंग की क्षमता और स्वदेशी तकनीक की उत्कृष्टता का उदाहरण है। समुद्री मार्गों पर सुगम यात्रा और रेल संपर्क में बढ़ोतरी के लिहाज से यह ब्रिज बहुत ही महत्वपूर्ण है।
नई ट्रेन सेवा से क्षेत्रीय संपर्क में वृद्धि
प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई में रामेश्वरम से तांबरम के बीच एक नई ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई। यह नई सेवा यात्रियों, खासकर तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को अधिक सुविधाजनक और तेज बनाएगी। क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
रामसेतु का पौराणिक और भौगोलिक महत्व
रामसेतु, जिसे एडम ब्रिज भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक चूना-पत्थर की श्रृंखला है जो भारत के रामेश्वरम द्वीप को श्रीलंका के मन्नार द्वीप से जोड़ती है। यह लगभग 48 किलोमीटर लंबा है और इसका उल्लेख रामायण में मिलता है।
मान्यता है कि भगवान राम ने अपनी पत्नी सीता को रावण से छुड़ाने के लिए वानर सेना की सहायता से इस पुल का निर्माण करवाया था। आज भी यह स्थान धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
During his return from a three-day visit to Sri Lanka, PM Modi had an aerial view of the legendary Ram Setu, also known as Adam’s Bridge, on the auspicious occasion of Ram Navami 2025. He shared this divine experience through a video on social media, enhancing global attention on the ancient limestone bridge linking Rameswaram, India, and Mannar Island, Sri Lanka. PM Modi also inaugurated the Pamban Bridge, India’s first vertical lift railway sea bridge, and flagged off a new train service to improve regional connectivity in Tamil Nadu.