AIN NEWS 1 | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 पेश करने के बाद खुलासा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टैक्स कटौती के प्रस्ताव का पूरा समर्थन किया था। हालांकि, नौकरशाहों को इस फैसले के लिए मनाने में समय लग गया क्योंकि उन्हें कर संग्रह की दक्षता और करदाताओं की ईमानदारी को लेकर आश्वस्त करना जरूरी था।
टैक्स छूट की बड़ी घोषणा
1 फरवरी 2025 को पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री ने घोषणा की कि 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को कोई टैक्स नहीं देना होगा। यह फैसला नागरिकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनकी बचत बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है।
पीएम मोदी की भूमिका और सरकार का रुख
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में निर्मला सीतारमण ने बताया कि पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह कुछ बड़ा करना चाहते हैं, लेकिन मंत्रालय को इस पर सहज महसूस करना चाहिए। इसलिए, टैक्स बोर्ड को यह विश्वास दिलाने के लिए अधिक काम करना पड़ा कि इस फैसले से कर संग्रह प्रभावित नहीं होगा।
सभी वर्गों की राय सुनी गई
वित्त मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी हमेशा अलग-अलग वर्गों की राय सुनते हैं। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी आदिवासियों और कमजोर तबकों से लेकर उच्च-आय वर्ग तक, सभी से बातचीत करते हैं। उनकी राय सुनकर नीतियों को अंतिम रूप दिया जाता है।”
बजट 2025 पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
पीएम मोदी ने बजट 2025 की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट सरकारी खजाने को भरने के बजाय नागरिकों की जेब में अधिक पैसा डालने और उन्हें देश के विकास में भागीदार बनाने पर केंद्रित है।
इस फैसले से लाखों करदाताओं को राहत मिलेगी और भारत की आर्थिक वृद्धि को नई दिशा मिलेगी।