AIN NEWS 1 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काशी दौरा हमेशा से विशेष महत्व रखता है। वाराणसी न केवल उनका संसदीय क्षेत्र है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक धरोहर का गढ़ भी माना जाता है। इस बार का आगमन और भी खास रहा, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं काशी पहुंचकर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया।
प्रधानमंत्री का यह दौरा केवल एक राजनीतिक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक ऐसी यात्रा थी जिसमें आस्था, विकास और जनसमर्थन की झलक स्पष्ट दिखाई दी।
काशी में गर्मजोशी भरा स्वागत
जैसे ही प्रधानमंत्री का काफिला काशी में प्रवेश करता है, शहर की गलियों से लेकर घाटों तक जनसैलाब उमड़ पड़ता है। हर ओर “हर हर महादेव” और “मोदी-योगी ज़िंदाबाद” के नारों की गूंज सुनाई देती है। महिलाएं तिरंगा लिए, बच्चे पोस्टर थामे और साधु-संत आशीर्वाद देते हुए पीएम मोदी के स्वागत में शामिल हुए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,
“काशी प्रधानमंत्री मोदी की आत्मा से जुड़ी है। उनका हर दौरा यहां के लिए विकास का नया संदेश लेकर आता है।”
बाबा विश्वनाथ धाम में विशेष दर्शन
प्रधानमंत्री ने बाबा विश्वनाथ मंदिर में विधिवत पूजन-अर्चन कर दर्शन किए। उन्होंने देश की सुख-समृद्धि, शांति और जनकल्याण की कामना की। यह धाम आज जिस भव्य रूप में है, उसके पीछे प्रधानमंत्री का दूरदर्शी प्रयास है।
काशी विश्वनाथ धाम अब एक अंतरराष्ट्रीय तीर्थ स्थल बन चुका है, जहां प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। प्रधानमंत्री ने इस आध्यात्मिक धरोहर को विश्वस्तरीय पहचान दी है।
विकास की दिशा में नए कदम
प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे का एक बड़ा उद्देश्य शहर के विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा और नई परियोजनाओं की घोषणा भी था। हाल के वर्षों में काशी में सड़कें, ट्रैफिक व्यवस्था, पर्यटन स्थल, विद्युत व्यवस्था और स्वच्छता को लेकर अभूतपूर्व काम हुए हैं।
सीएम योगी ने कहा:
“हमारा लक्ष्य है कि काशी की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए इसे एक आधुनिक और विश्वस्तरीय शहर में बदला जाए।”
मोदी-योगी की विशेष बैठक
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच बैठक में काशी को एक ग्लोबल टूरिज्म और कल्चरल डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की रणनीति पर गहन चर्चा हुई। बैठक में जिन विषयों पर चर्चा हुई, वे इस प्रकार हैं:
स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली
ग्रीन एनर्जी और सोलर लाइटिंग
घाटों का और अधिक सौंदर्यीकरण
अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक समारोहों की मेजबानी
काशी को “सस्टेनेबल सिटी” बनाने की दिशा में पहल
जनता का उत्साह – अभूतपूर्व स्वागत
काशी के नागरिकों ने प्रधानमंत्री का अभूतपूर्व स्वागत किया। कहीं फूलों की वर्षा हुई, तो कहीं रंगोली और पारंपरिक संगीत के साथ स्वागत किया गया। युवाओं ने ‘न्यू इंडिया’ के स्लोगन के साथ स्वागत किया और बच्चों ने तिरंगा लहराते हुए मोदी के स्वागत में गीत गाए।
इस स्वागत ने साफ किया कि काशी के दिल में पीएम मोदी के लिए विशेष स्थान है और जनता उनके नेतृत्व को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है।
काशी का बदलता स्वरूप
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल से ही काशी के विकास को प्राथमिकता दी। परिणामस्वरूप आज शहर में स्पष्ट रूप से बदलाव देखा जा सकता है:
घाटों का जीर्णोद्धार और सफाई
चौड़ी सड़कों और अंडरपास का निर्माण
विश्वनाथ कॉरिडोर का विकास
कला दीर्घाओं और ओपन थिएटर का निर्माण
रिवर क्रूज, लाइट एंड साउंड शो जैसे पर्यटक केंद्र
यह सब कुछ मिलकर काशी को धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ सांस्कृतिक पर्यटन का हॉटस्पॉट बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काशी दौरा केवल एक प्रशासनिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना, विकास की गति और जनभागीदारी का प्रतीक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी की जोड़ी ने यह साबित कर दिया है कि जब केंद्र और राज्य सरकारें साथ चलें, तो किसी भी शहर को एक मॉडल शहर में बदला जा सकता है।
काशी अब केवल अध्यात्म का केंद्र नहीं, बल्कि विकास और विरासत के समन्वय की मिसाल बन रही है।
Prime Minister Narendra Modi’s recent visit to Kashi (Varanasi) marked a significant milestone in India’s spiritual and developmental journey. Welcomed grandly by Chief Minister Yogi Adityanath, the visit highlighted major initiatives like the Kashi Vishwanath Corridor, urban infrastructure upgrades, and smart city planning. With a focus on heritage preservation and global tourism, the Modi-Yogi partnership continues to shape Varanasi as a model of cultural and modern development in India.