AIN NEWS 1: हरियाणा के नूंह जिले के रोजका मेव पुलिस थाने में तैनात स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) अजय कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अजय कुमार पर आरोप है कि उसने मालखाने में जमा दो मोटरसाइकिलों को बेचने के लिए एक व्यक्ति से साठगांठ की थी। इस मामले की भनक जैसे ही पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को लगी, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया और जेल भेज दिया।

सेना से पुलिस तक का सफर

अजय कुमार पहले भारतीय सेना में सेवाएं दे चुका था। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद, वह हरियाणा पुलिस में स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) के रूप में भर्ती हुआ और नूंह जिले के रोजका मेव पुलिस थाने में तैनात था। वह अपने परिवार के साथ सोहना में रहता था।

कैसे हुआ मामला उजागर?

पुलिस जांच में सामने आया कि अजय कुमार ने रोजका मेव गांव के एक व्यक्ति, मोहम्मद वसीम, से 60,000 रुपये में थाने के मालखाने में जमा दो मोटरसाइकिलें देने की डील कर ली थी। यह मामला 27 फरवरी 2023 का बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों को इसकी भनक लग गई और जांच शुरू की गई।

गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई

सोहना शहर के वार्ड नंबर 5 से अजय कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे एक दिन की रिमांड पर लिया गया और फिर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

बर्खास्तगी और सख्त कार्रवाई

जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि अजय कुमार ने अपनी ड्यूटी का दुरुपयोग किया था। पुलिस विभाग ने उसे तुरंत नौकरी से बर्खास्त कर दिया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?

जांच अधिकारी रमेश कुमार ने बताया, “अजय कुमार को सोहना शहर से गिरफ्तार किया गया है। वह रोजका मेव थाने के मालखाने विभाग में तैनात था। उसने 60,000 रुपये में बाइक बेचने की कोशिश की थी, जो कि पूरी तरह से अवैध था। उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और जेल भेज दिया गया है।”

यह पहली बार है जब हरियाणा पुलिस के किसी SPO को इस तरह की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला पुलिस विभाग में अनुशासन और ईमानदारी को बनाए रखने के लिए एक बड़ा संदेश देता है।

Haryana Police SPO Ajay Kumar has been arrested for allegedly attempting to sell seized motorcycles from the police station’s evidence room. The incident took place in Nuh district, where he was posted at the Rozka Meo police station. Senior police officials uncovered the scam, leading to his dismissal from service and subsequent judicial custody. This case highlights police corruption and strict actions taken against those misusing their authority. Stay updated with the latest Haryana crime news for more insights.

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