Durgapuram Mein Palayan Ke Poster Lage, Police Hui Sakriya
दुर्गापुरम में पलायन के पोस्टर से हड़कंप, पुलिस ने की कार्रवाई
AIN NEWS 1: मेरठ के टीपीनगर थाना क्षेत्र की दुर्गापुरम कॉलोनी में एक मकान लंबे समय से खाली पड़ा था। भोला रोड निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर ने इसे खरीदा और फिर कंकरखेड़ा निवासी रियाजुद्दीन को बेच दिया। इस सौदे की जानकारी जब शुक्रवार शाम कॉलोनी के लोगों को मिली तो वे आक्रोशित हो गए और विरोध शुरू कर दिया।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस सौदे को लेकर स्थानीय निवासियों ने आपत्ति जताई और विरोध में खड़े हो गए। उनका कहना था कि मकान की बिक्री इस तरह नहीं होनी चाहिए। विरोध बढ़ता देख इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह सौदा रद्द करवाया जाएगा, जिसके बाद स्थिति थोड़ी सामान्य हुई।
पलायन के पोस्टर और पुलिस की सक्रियता
शनिवार सुबह कॉलोनी में अचानक “पलायन” के पोस्टर नजर आने लगे। इससे इलाके में तनाव और बढ़ गया। हिंदू संगठनों के नेता सचिन सिरोही भी मौके पर पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सक्सेना दोबारा मौके पर पहुंचे और पोस्टर लगाने पर नाराजगी जताई। पुलिस ने स्थानीय लोगों को समझाया और उनसे पोस्टर हटवाए।
इस बीच, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि शुक्रवार को ही पुलिस ने समाधान निकाल लिया था, फिर भी दोबारा पोस्टर क्यों लगाए गए, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
प्रॉपर्टी डीलर से बातचीत
पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर से भी बातचीत की। उसने भरोसा दिलाया कि वह मकान की बिक्री को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। इससे इलाके के लोगों को कुछ राहत मिली।
दुर्गापुरम का यह मामला संपत्ति विवाद से शुरू हुआ था, लेकिन पलायन के पोस्टरों ने इसे साम्प्रदायिक तनाव का रूप दे दिया। पुलिस की तत्परता से स्थिति नियंत्रण में आ गई, लेकिन मामले की गहराई से जांच जारी है। प्रशासन की ओर से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई है।
A controversy erupted in Durgapuram, Meerut, after migration posters (Palayan posters) were found on houses following a property dispute. The matter escalated when local Hindu organizations opposed the property sale to another community. TP Nagar police intervened, removed the posters, and assured residents of a solution. The incident highlights ongoing real estate tensions in Uttar Pradesh, prompting police action to prevent communal unrest.