महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे गुट (UBT) पर करारा हमला किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शिवसेना (UBT) महायुति (Mahayuti) गठबंधन की आलोचना बंद नहीं करती, तो 20 में से सिर्फ 2 विधायक ही बचेंगे।
शिंदे का बड़ा बयान: शिवसेना (UBT) पर मंडरा रहा खतरा?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (23 जनवरी) को अपने गुरु आनंद दिघे और शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि देने के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों में जनता ने उद्धव ठाकरे गुट (UBT) को करारा जवाब दिया और अब यह आत्मचिंतन करने का समय है।
शिंदे ने साफ कहा कि अगर UBT गुट अपनी राजनीति नहीं बदलता, तो आने वाले समय में उनकी पार्टी पूरी तरह खत्म हो सकती है। उन्होंने यह भी दावा किया कि हाल ही में शिवसेना (UBT) के कई कार्यकर्ता और नेता शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हुए हैं।
शिवसेना (UBT) के लिए खतरा क्यों बढ़ा?
शिंदे ने बताया कि जनता ने महायुति गठबंधन को भारी समर्थन दिया, जिसमें बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं। विधानसभा चुनाव में 230 सीटों पर जीत दर्ज कर महायुति सत्ता में बनी रही।
उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना (UBT) लगातार महायुति सरकार और मेरी छवि को खराब करने की कोशिश कर रही है। लेकिन जनता ने पहले ही महायुति को समर्थन देकर अपनी राय स्पष्ट कर दी है।
क्या उद्धव ठाकरे की शिवसेना खत्म हो जाएगी?
एकनाथ शिंदे के अनुसार, अगर शिवसेना (UBT) अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करती, तो वह शून्य पर पहुंच जाएगी। उन्होंने दावा किया कि महायुति सरकार की नीतियों और योजनाओं को देखते हुए जनता का झुकाव शिवसेना (UBT) से महायुति की शिवसेना की ओर हो रहा है।
महायुति की जीत और उद्धव ठाकरे की हार?
2024 विधानसभा चुनावों में महायुति ने 230 में से 288 सीटें जीतीं, जिसमें –
✅ बीजेपी – 132 सीटें
✅ शिवसेना (शिंदे गुट) – 57 सीटें
✅ एनसीपी (अजित पवार गुट) – 41 सीटें
वहीं, महाविकास अघाड़ी (MVA) को करारी हार मिली, जिसमें –
❌ शिवसेना (UBT) – 20 सीटें
❌ कांग्रेस – 16 सीटें
❌ एनसीपी (शरद पवार गुट) – 10 सीटें
बाल ठाकरे के सिद्धांतों पर शिवसेना का संघर्ष
शिंदे ने यह भी कहा कि शिवसेना हमेशा बालासाहेब ठाकरे के सिद्धांतों और आनंद दिघे की शिक्षाओं का पालन करती रही है। यही कारण है कि लोग महायुति के साथ आ रहे हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि शिवसेना आने वाले दिनों में महाराष्ट्र के बाहर भी अपनी पकड़ मजबूत करेगी।
क्या महाराष्ट्र में बड़ा सियासी खेल होने वाला है?
शिंदे गुट के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। उद्धव ठाकरे गुट की स्थिति पहले से ही कमजोर हो चुकी है और अगर शिंदे की बात सच होती है, तो शिवसेना (UBT) पूरी तरह खत्म हो सकती है।
अब देखना होगा कि उद्धव ठाकरे इस चुनौती का कैसे सामना करेंगे। क्या वे अपनी रणनीति बदलेंगे या शिंदे की भविष्यवाणी सच होगी? महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
Maharashtra’s political crisis intensifies as Chief Minister Eknath Shinde warns Uddhav Thackeray’s Shiv Sena (UBT) that only two MLAs will remain if they continue to criticize the Mahayuti alliance. Shinde also highlighted the massive victory of the Mahayuti coalition in Maharashtra elections, securing 230 out of 288 seats, while the UBT faction managed only 20 seats. With increasing defections from UBT to Shinde’s Shiv Sena, Maharashtra’s political landscape is shifting rapidly. Stay updated on this Maharashtra political crisis.