AIN NEWS 1 नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-एनसीआर) में वायु प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। 18 नवंबर 2024 से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण, यानी GRAP-4, लागू कर दिया गया है। यह निर्णय तब लिया गया जब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 के पार चला गया, जिसे “गंभीर+” श्रेणी में माना जाता है।
AQI में लगातार बढ़ोतरी
17 नवंबर 2024 को दिल्ली का AQI 441 रिकॉर्ड किया गया। शाम तक यह 447, 452 और 457 तक बढ़ गया। भारतीय मौसम विभाग (IMD) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के पूर्वानुमानों के अनुसार, आने वाले दिनों में भी यह गंभीर स्थिति बनी रह सकती है। भारी कोहरे, धीमी और परिवर्तनीय हवाओं जैसी प्रतिकूल मौसमीय परिस्थितियों के कारण यह स्थिति और बिगड़ने की संभावना है।
GRAP-4 क्या है?
GRAP-4 तब लागू किया जाता है जब AQI 450 से ऊपर पहुंचता है। यह दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सबसे कड़े उपायों का प्रावधान करता है। इसके तहत पहले से लागू GRAP-1, GRAP-2 और GRAP-3 के साथ अतिरिक्त सख्त कदम उठाए जाते हैं।
लागू किए गए उपाय
GRAP-4 के तहत लागू किए गए प्रमुख कदम:
1. बाहरी गाड़ियों की एंट्री पर प्रतिबंध: दिल्ली में बाहर से आने वाली सभी गाड़ियों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाई गई है।
2. निर्माण कार्यों पर रोक: सभी प्रकार के निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
3. स्कूल बंद: पांचवीं कक्षा तक के सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
4. कारखानों पर नियंत्रण: वायु प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों और थर्मल पावर प्लांट्स पर भी सख्ती की गई है।
प्रदूषण पर सख्त निगरानी
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने निर्देश दिया है कि सभी संबंधित एजेंसियां इन नियमों को सख्ती से लागू करें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रदूषण की स्थिति और खराब न हो, 18 नवंबर 2024 सुबह 8:00 बजे से GRAP-4 के सभी उपाय लागू कर दिए गए हैं।
दिल्लीवासियों से अपील
सरकार ने जनता से अपील की है कि निजी वाहनों के उपयोग को सीमित करें, सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करें, और प्रदूषण फैलाने वाली किसी भी गतिविधि से बचें। यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है, विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों के लिए।
निष्कर्ष
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की यह स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। GRAP-4 के तहत उठाए गए कदमों का पालन न केवल सरकार बल्कि नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। सभी के सहयोग से ही इस संकट से निपटा जा सकता है।