मेरठ में यूपी पुलिस ने अपनी वर्दी को बदलने के लिए एक सर्वे शुरू किया है, जिसमें एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की तर्ज पर लूज फिटिंग कॉम्बैट ड्रेस कोड लागू करने के प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD) ने इस संबंध में पत्र भेजा है, और अगर सब कुछ ठीक रहा तो पुलिस की वर्दी में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
हाइलाइट्स:
- वर्दी में बदलाव के लिए सर्वेक्षण: यूपी पुलिस के ड्रेस कोड में बदलाव के लिए सर्वेक्षण कराया जा रहा है।
- पत्र भेजा गया: मेरठ जोन में अधिकारियों द्वारा एसएसपी-एसपी को पत्र भेजा गया है।
- लूज कॉम्बैट ड्रेस कोड: केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों में अभी लूज फिटिंग कॉम्बैट ड्रेस कोड लागू है।
प्रस्तावित बदलाव:
उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी को लूज फिटिंग कॉम्बैट ड्रेस कोड में बदलने का प्रस्ताव है। इसको लेकर मेरठ जोन में सर्वे शुरू कराया गया है। पुलिस अधिकारियों ने जिलों के एसपी और एसएसपी को पत्र भेजा है और इस पर पुलिसकर्मियों की राय मांगी जा रही है। सर्वे की रिपोर्ट को ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट को भेजा जाएगा, जहां नए ड्रेस कोड पर निर्णय लिया जाएगा।
अधिकारी की प्रतिक्रिया:
मेरठ जोन के एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया कि BPRD ने यूपी पुलिस की वर्दी को लूज फिटिंग कॉम्बैट ड्रेस की तर्ज पर बदलने के लिए सुझाव मांगा है। इस विषय पर पत्र जारी किया गया है और रिपोर्ट संबंधित विभाग को भेजी जाएगी।
लूज ड्रेस कोड का महत्व:
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों जैसे बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, एनएसजी, बीपीआरएंडडी में पहले से ही लूज फिटिंग कॉम्बैट ड्रेस कोड लागू है। इसी तर्ज पर यूपी पुलिस में भी इस ड्रेस कोड को लागू करने का विचार किया जा रहा है। पुलिस अनुसंधान विकास ब्यूरो ने यूपी सरकार और यूपी पुलिस अफसरों से जानकारी मांगी है।
सर्वेक्षण की प्रक्रिया:
ड्रेस कोड को लेकर सभी जोन और रेंज को पत्र भेजा गया है, जिसके आधार पर पुलिस लाइन और थानों में तैनात पुलिसकर्मियों से सुझाव मांगे गए हैं। इन सुझावों को पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो को भेजा जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
नए ड्रेस कोड के फायदे:
- आरामदायक और ढीली वर्दी: यूपी पुलिस की वर्तमान वर्दी काफी टाइट होती है, जबकि लूज कॉम्बैट ड्रेस काफी आरामदायक और ढीली होगी।
- फील्ड में आसानी: इस ड्रेस को पहनकर फील्ड में काम करने में आसानी होगी।
- अलग परेड ड्रेस: परेड में पहनी जाने वाली ड्रेस से यह बिल्कुल अलग होगी।
देश में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए 28 अगस्त 1970 को पुलिस अनुसंधान विकास ब्यूरो का गठन किया गया था, जो गृह मंत्रालय के तहत काम करता है और पुलिस बल में बदलाव के लिए कार्य करता है।