AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। हाल ही में केंद्र सरकार में तैनाती के लिए दो आईएएस अधिकारियों की पुष्टि की गई है, जिससे यूपी की ब्यूरोक्रेसी में व्यापक फेरबदल की संभावना है। यहाँ पर संभावित बदलावों का संक्षिप्त विवरण है:
1. प्रमुख अधिकारियों की नई तैनाती:
– अपर मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल की केंद्रीय तैनाती: मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव शशि प्रकाश गोयल को केंद्र में तैनात किए जाने की संभावना है। उनके स्थान पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को तैनात किया जा सकता है। संजय प्रसाद के पास सूचना और नागरिक उड्डयन सहित कई विभागों का अतिरिक्त कार्यभार भी हो सकता है।
– सीएम दफ्तर में प्रमुख सचिव: मुख्यमंत्री कार्यालय में एक प्रमुख सचिव की तैनाती की जाएगी।
– राजस्व परिषद को नया अध्यक्ष: राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे 30 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह को राजस्व परिषद का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। मनोज सिंह खुद दिसंबर में रिटायर होंगे।
2. डिप्टी सीएम और मंत्रियों के विभागों में बदलाव:
– डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विभाग में बदलाव: ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव हिमांश कुमार को बदलने की संभावना है।
– डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के विभाग में बदलाव: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा को किसी अन्य बड़े विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है। केशव और ब्रजेश ने प्रमुख सचिव की कार्यशैली को लेकर शिकायत की है।
3. संभावित नए अफसर और उनकी जिम्मेदारियाँ:
– एपीसी के लिए दावेदार: कृषि उत्पादन आयुक्त के पद के लिए 1989 बैच की आईएएस मोनिका एस गर्ग, अनिल कुमार, और मनोज सिंह दावेदार हैं।
– दीपक कुमार को नए विभाग मिल सकते हैं:अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार को गृह विभाग के अलावा वित्त और माध्यमिक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
4. भविष्य की योजना:
– फास्ट डिलीवरी देने वाले अफसर की प्राथमिकता: ऐसे अफसर हटाए जाएंगे जो विभागों में तेज़ काम नहीं कर पा रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव-2027 को ध्यान में रखते हुए, सरकार को फास्ट डिलीवरी देने वाले अफसरों की जरूरत है।
– दिल्ली से अफसर बुलाए जा सकते हैं: दिल्ली में तैनात कुछ अफसर यूपी में नियुक्त किए जा सकते हैं, जिनमें अर्चना अग्रवाल, निवेदिता शुक्ला, और अन्य शामिल हैं।
– 1990-1991 बैच के अफसरों को मौका: यूपी में 1990 और 1991 बैच के अफसरों को प्रमुख पद दिए जा सकते हैं। 1989 बैच में अब केवल तीन अफसर रह जाएंगे।
– मुख्य सचिव की पसंद से तैनाती: महत्वपूर्ण विभागों में तैनाती मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की पसंद से की जाएगी। चुनावी रणनीति और फास्ट डिलीवरी के लिए उपयुक्त अफसर चुने जाएंगे।
यह बदलाव आगामी उपचुनाव और विधानसभा चुनाव-2027 की तैयारी के तहत किए जा रहे हैं।