Rabies Virus: 100% Fatal But 100% Preventable – Learn How to Stay Safe
रेबीज: 100% जानलेवा लेकिन 100% बचाव संभव, जानें जरूरी सावधानियां और इलाज
AIN NEWS 1: रेबीज एक खतरनाक वायरल संक्रमण है, जो आमतौर पर संक्रमित जानवरों—खासकर कुत्ते और बिल्ली—के काटने से इंसानों में फैलता है। यह वायरस इंसान के दिमाग और रीढ़ की हड्डी पर असर डालता है और एक बार जब इसके लक्षण दिखने लगते हैं, तो इसका कोई इलाज नहीं बचता। यानी यह बीमारी लगभग 100% मामलों में मौत का कारण बनती है।
पर अच्छी खबर ये है कि समय रहते सही कदम उठाए जाएं, तो इससे 100% बचाव भी संभव है।
रेबीज फैलने का मुख्य कारण
एम्स की न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका शेरावत बताती हैं कि कुत्ते और बिल्ली के लार में रेबीज वायरस मौजूद होता है। अगर इन जानवरों ने किसी को काट लिया या गलती से दांत लग गया, तो वायरस सीधे खून में चला जाता है और शरीर में फैलने लगता है।
रेबीज के लक्षण – पहचानें समय रहते
रेबीज के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग समय पर नजर आ सकते हैं—कई बार जल्दी और कई बार कुछ हफ्तों बाद।
मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:
काटने की जगह पर जलन, खुजली या झुनझुनी
बुखार, सिरदर्द, और थकान
गले में अकड़न और निगलने में परेशानी
भ्रम, बेचैनी, और हिंसक व्यवहार
मुंह से झाग आना
पानी से डर लगना (Hydrophobia)
मांसपेशियों में जकड़न, दौरे आना, कोमा और अंततः मौत
रेबीज से 100% बचाव कैसे संभव है?
हालांकि रेबीज का एक बार लक्षण दिखने के बाद कोई इलाज नहीं है, लेकिन सही समय पर उठाए गए कदम इस बीमारी से पूरी तरह बचा सकते हैं।
1. जानवर के काटने पर तुरंत क्या करें?
घाव को तुरंत साफ पानी और साबुन से 10-15 मिनट तक धोएं।
किसी प्रकार का देसी इलाज न करें।
तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और रेबीज वैक्सीन लगवाएं।
2. रेबीज वैक्सीन (Anti-Rabies Vaccine):
जानवर के काटने के बाद 24 घंटे के भीतर पहला डोज लगवाना जरूरी है।
इसके बाद डॉक्टर की सलाह से पूरी वैक्सीनेशन सीरीज पूरी करें।
3. इम्यूनोग्लोब्युलिन (Rabies Immunoglobulin):
यदि जानवर का काटना गहरा है या चेहरा/गर्दन पर है, तो यह दवा तुरंत देना जरूरी है।
पालतू और आवारा जानवरों से बचाव के उपाय
अपने पालतू जानवरों को रेबीज का टीका समय-समय पर लगवाएं।
जानवरों की सफाई और सेहत का ध्यान रखें।
बच्चों को कुत्तों और बिल्लियों से खेलने से रोकें, खासकर अनजान जानवरों से।
कूड़ेदानों को बंद रखें ताकि आवारा जानवर आकर्षित न हों।
रेबीज से जुड़े कुछ जरूरी तथ्य
तथ्य जानकारी
कारण रेबीज वायरस (rhabdovirus)
संक्रमण का जरिया कुत्ते, बिल्ली, बंदर आदि का काटना
इलाज लक्षण दिखने के बाद नहीं है
बचाव वैक्सीन और साफ-सफाई
टीका समय पर लगवाने पर 100% सुरक्षा
डॉक्टर की सलाह क्यों जरूरी है?
कई बार लोग सोचते हैं कि अगर घाव छोटा है तो इलाज की जरूरत नहीं। यही लापरवाही जानलेवा साबित होती है। एम्स की डॉ. प्रियंका का कहना है कि “रेबीज एक साइलेंट किलर है। इससे बचने के लिए केवल एक ही उपाय है—प्रिवेंशन।”
लापरवाही नहीं, सावधानी जरूरी है
रेबीज एक ऐसी बीमारी है जो दिखने में साधारण लग सकती है, लेकिन इसके परिणाम घातक होते हैं। अगर आप, आपका बच्चा या कोई परिचित किसी जानवर के काटने का शिकार होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित वैक्सीनेशन करवाएं।
सिर्फ एक छोटा सा कदम आपकी और आपके परिवार की जान बचा सकता है।
Rabies is a 100% fatal viral disease caused by the rabies virus, often transmitted through dog or cat bites. It affects the brain and nervous system and has no cure once symptoms appear. However, 100% prevention is possible through timely rabies vaccination, wound cleaning, and public awareness. Understanding rabies symptoms, such as fever, confusion, fear of water, and agitation, is crucial for early action. Learn how to prevent rabies infection and protect your family and pets effectively.