AIN NEWS 1 | नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने रविवार (24 अगस्त, 2025) को बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) विवाद पर भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के सभी घटक दल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं और इसका सार्थक परिणाम चुनाव में दिखाई देगा।
अररिया में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के साथ आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह गठबंधन जल्दी ही बिहार विधानसभा चुनाव के लिए साझा घोषणापत्र जारी करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन के सभी घटक दल वैचारिक और राजनीतिक रूप से एकजुट हैं और उनके सहयोग से ही आने वाले चुनावों में जीत सुनिश्चित होगी।
🔹 बिहार विधानसभा चुनाव के लिए साझा घोषणापत्र
राहुल गांधी ने कहा कि ‘INDIA’ गठबंधन जल्द ही बिहार विधानसभा चुनाव के लिए साझा घोषणापत्र जारी करेगा। यह घोषणापत्र राज्य के आम लोगों के लिए योजनाओं, विकास परियोजनाओं और सामाजिक कल्याण के लक्ष्यों का विस्तृत विवरण देगा। गांधी ने इसे गठबंधन के साझेदारी और विश्वास का प्रतीक बताया।
उन्होंने कहा, “मैं इसे ‘INDIA’ गठबंधन के सभी घटक दलों के बीच एक मजबूत और भरोसेमंद साझेदारी कहता हूं। जब हम एकजुट होकर काम करते हैं, तो बिहार की जनता को इसका लाभ मिलेगा।”
🔹 SIR विवाद पर भाजपा को घेरा
राहुल गांधी ने इस अवसर पर केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का उद्देश्य भाजपा को चुनाव में लाभ पहुंचाना है। गांधी ने कहा कि निर्वाचन आयोग भाजपा के पक्ष में काम कर रहा है और यह राज्य में वोट चोरी करने का संस्थागत प्रयास है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि, “हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में मतदाता सूची में हुई अनियमितताओं को लेकर जब मैंने आयोग से सवाल पूछा, तो मुझसे हलफनामा मांगा गया। लेकिन जब सत्ताधारी दल के नेता अनुराग ठाकुर ने वही बात कही, तो उन्हें कोई हलफनामा नहीं देना पड़ा। इससे स्पष्ट होता है कि आयोग निष्पक्ष नहीं है।”
🔹 मतदाता अधिकार यात्रा और बच्चों का समर्थन
राहुल गांधी ने बताया कि बिहार में चल रही ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ को बड़ी संख्या में लोग समर्थन दे रहे हैं। इसके प्रभाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब छोटे-छोटे बच्चे भी ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि जनता अब भ्रष्टाचार और चुनावी अनियमितताओं के प्रति जागरूक हो रही है।
गांधी ने जोर देकर कहा कि उनका मकसद मतदाता अधिकार को सुरक्षित रखना है और बिहार में किसी भी तरह की वोट चोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
🔹 गठबंधन की रणनीति और सहयोग
राहुल गांधी ने महागठबंधन के रणनीति पर सवाल उठाए बिना यह स्पष्ट किया कि सभी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे और उनका लक्ष्य सिर्फ सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि बिहार की जनता को निष्पक्ष और पारदर्शी शासन देना है।
उन्होंने कहा, “हम एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि वोट चोरी न हो और लोग अपने मताधिकार का सही प्रयोग कर सकें। अभी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है, लेकिन यह समय आने पर तय किया जाएगा।”
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद अन्य नेता
इस संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के दीपांकर भट्टाचार्य, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुकेश सहनी और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार सहित ‘INDIA’ गठबंधन के कई अन्य नेता भी मौजूद थे। उन्होंने राहुल गांधी के विचारों का समर्थन किया और कहा कि गठबंधन एकजुटता के साथ चुनाव में उतरेगा।
राहुल गांधी के बयान ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। SIR विवाद और मतदाता अधिकार यात्रा पर उनके आरोपों ने चुनाव में निर्वाचन आयोग और भाजपा के खिलाफ जनता में चेतना पैदा की है।
गठबंधन का साझा घोषणापत्र और जनता की जागरूकता यह संकेत दे रहे हैं कि बिहार की राजनीति में लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मतदाता अधिकार की सुरक्षा ही अब प्रमुख मुद्दा बन गया है।
राहुल गांधी ने यह स्पष्ट किया कि उनका मकसद केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि बिहार में निष्पक्ष, पारदर्शी और लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया को सुनिश्चित करना है।