AIN NEWS 1 | लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वाशिंगटन डीसी के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत के दौरान भारतीय समाज और राजनीति के विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी।
आरक्षण के मुद्दे पर राहुल गांधी की टिप्पणी
#WATCH | Washington, D.C, USA: Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "…Halfway through the campaign, Modi didn't think that he was near 300-400 seats…We knew when he said that I speak directly to God. We knew that there we had blown him apart…We saw it as a… pic.twitter.com/ViqVKcs5va
— ANI (@ANI) September 10, 2024
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तब आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी जब भारत एक निष्पक्ष देश होगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान में भारत निष्पक्ष नहीं है। उन्होंने कहा, “जब भारत निष्पक्ष होगा, तब हम आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेंगे। और भारत निष्पक्ष नहीं है।” राहुल गांधी ने वित्तीय आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि आदिवासियों को 100 रुपये में से केवल 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 5 रुपये और ओबीसी को भी लगभग इसी तरह का हिस्सा मिलता है। उनके अनुसार, आदिवासियों, दलितों और ओबीसी को उचित भागीदारी नहीं मिल रही है।
भारत के 90% हिस्से की भागीदारी की कमी
#WATCH वाशिंगटन, डी.सी., अमेरिका: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "चुनावों से पहले, हम इस विचार पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्ज़ा कर लिया गया है… आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली पर कब्ज़ा कर लिया है। मीडिया और जांच एजेंसियों पर कब्ज़ा कर लिया है। हम… pic.twitter.com/u8NPk6APkt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2024
राहुल गांधी ने बताया कि भारत का 90 प्रतिशत हिस्सा सामाजिक और आर्थिक भागीदारी में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष कारोबारी नेताओं की सूची में आदिवासी, दलित, और ओबीसी का नाम नहीं दिखता, और शीर्ष 200 में केवल एक ओबीसी का नाम है, जबकि ओबीसी भारत की जनसंख्या का 50 प्रतिशत हैं। उन्होंने बताया कि इस स्थिति का इलाज आरक्षण के अलावा अन्य उपायों से भी किया जा सकता है।
समान नागरिक संहिता पर राहुल गांधी की स्थिति
समान नागरिक संहिता के प्रस्ताव पर राहुल गांधी ने कहा कि वह इस पर टिप्पणी तभी करेंगे जब भाजपा का प्रस्ताव स्पष्ट होगा। उन्होंने कहा, “भाजपा समान नागरिक संहिता का प्रस्ताव कर रही है, लेकिन हमने इसे नहीं देखा है। हमें नहीं पता कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। जब वे इसे लाएंगे, तब हम इसे देखेंगे और इस पर टिप्पणी करेंगे।”
विपक्षी गठबंधन इंडिया के बारे में राहुल गांधी की राय
राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि गठबंधन के सदस्यों के बीच मतभेद थे, लेकिन वे कई मुद्दों पर सहमत हैं। उन्होंने बताया कि सभी सदस्य भारत के संविधान की रक्षा के पक्षधर हैं और जाति जनगणना के विचार पर भी सहमत हैं। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वे अडानी और अंबानी जैसे व्यवसायियों की भारतीय व्यवसायों में अति-प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि विपक्षी गठबंधन में मतभेद स्वाभाविक हैं और इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं है। उन्होंने विश्वास जताया कि वे फिर से सफल गठबंधन सरकार का संचालन कर सकते हैं।