AIN NEWS 1 | कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मणिपुर यात्रा को लेकर कड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि मणिपुर का संकट बहुत समय से चला आ रहा है और प्रधानमंत्री मोदी का अब जाकर वहां जाना कोई बड़ी बात नहीं है। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि आज भारत के सामने असली मुद्दा “वोट चोरी” का है, जिस पर देशभर के लोग नाराज हैं और सड़कों पर नारे लगा रहे हैं।
राहुल गांधी का बयान
गुजरात के जूनागढ़ जिले में केशोद हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि “हर जगह लोग वोट चोर के नारे लगा रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल के चुनावों में बीजेपी ने हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में धांधली कर चुनावी जीत हासिल की। राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक के चुनावों में कांग्रेस ने यह साबित कर दिया कि जनता किसके साथ है और बीजेपी की कथित चालबाज़ियों को बेनकाब किया।
जूनागढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधन
हवाई अड्डे पर उतरने के बाद राहुल गांधी सीधे जूनागढ़ शहर पहुंचे। यहां उन्होंने जिला और नगर कांग्रेस इकाइयों के अध्यक्षों से मुलाकात की और संगठनात्मक मजबूती पर चर्चा की। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए अब सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़नी होगी। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा केवल सत्ता बनाए रखने के लिए लोकतंत्र और जनादेश का अपमान कर रही है।
पीएम मोदी की मणिपुर यात्रा पर सवाल
जब पत्रकारों ने उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मणिपुर यात्रा को लेकर सवाल पूछा, तो राहुल गांधी ने इसे ज्यादा महत्व न देते हुए कहा,
“मणिपुर लंबे समय से संकट में है। वहां हिंसा, असुरक्षा और अव्यवस्था का माहौल वर्षों से बना हुआ है। अब जाकर प्रधानमंत्री मोदी वहां जा रहे हैं तो इसमें कोई खास बात नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा कि आज देश के सामने सबसे गंभीर चुनौती “वोट चोरी” की है, क्योंकि यह लोकतंत्र के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करता है।
मणिपुर का हालिया परिदृश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 13 सितंबर 2025 को मणिपुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे चुराचांदपुर और राजधानी इंफाल में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से मिलेंगे। यह दौरा इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि राज्य में दो साल पहले भड़की जातीय हिंसा के बाद प्रधानमंत्री पहली बार मणिपुर पहुंच रहे हैं। उस समय से लेकर अब तक हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं और सामाजिक तनाव लगातार बना हुआ है।
राहुल गांधी का आरोप – लोकतंत्र खतरे में
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में आगे कहा,
“हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव बीजेपी ने चुरा लिए। यह देश देख चुका है। हाल ही में हमने कर्नाटक में दिखा दिया कि जनता किसके साथ है। इसलिए मुख्य मुद्दा मणिपुर की यात्रा नहीं, बल्कि वोट चोरी है। हर जगह लोग ‘वोट चोर’ का नारा लगा रहे हैं और यही आज की सच्चाई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर लोकतंत्र में जनता के वोट की कीमत ही खत्म हो जाएगी तो चुनाव सिर्फ औपचारिकता बनकर रह जाएंगे।
जनता का गुस्सा और राजनीति का नया विमर्श
राहुल गांधी के इस बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है। जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मणिपुर यात्रा को शांति और समाधान की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे चुनावी रणनीति से जोड़कर देख रहा है। राहुल गांधी का यह कहना कि “देश में हर जगह लोग वोट चोर का नारा लगा रहे हैं” एक बड़ा राजनीतिक संदेश है, जो जनता की नाराजगी और विपक्ष के अभियान दोनों को मजबूत करता है।
मणिपुर का महत्व और राजनीतिक असर
मणिपुर न सिर्फ उत्तर-पूर्व का एक अहम राज्य है, बल्कि वहां की अस्थिरता का असर पूरे क्षेत्र पर पड़ता है। लंबे समय से जातीय हिंसा, सामाजिक तनाव और राजनीतिक असंतोष यहां बना हुआ है। प्रधानमंत्री का दौरा इस लिहाज से जरूरी है कि केंद्र सरकार स्थिति को सामान्य बनाने का संदेश देना चाहती है। लेकिन विपक्ष का मानना है कि यह यात्रा देर से उठाया गया कदम है, जबकि लोगों की तकलीफें पहले ही बहुत बढ़ चुकी हैं।
राहुल गांधी का यह बयान साफ करता है कि कांग्रेस बीजेपी पर सीधे “लोकतंत्र और चुनावी ईमानदारी” के मुद्दे पर हमलावर है। मणिपुर की हिंसा और वहां की स्थिति भले ही गंभीर हो, लेकिन राहुल गांधी के मुताबिक आज पूरे देश के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या जनता का वोट सुरक्षित है या नहीं।
इस राजनीतिक टकराव ने एक बार फिर से “लोकतंत्र बनाम सत्ता की राजनीति” की बहस को तेज कर दिया है। आने वाले चुनावों में “वोट चोरी” का मुद्दा कितना बड़ा रूप लेगा, यह देखने वाली बात होगी।