AIN NEWS 1 नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में कहा कि उनकी पार्टी आरक्षण को समाप्त करने पर तभी विचार करेगी जब भारत भेदभाव रहित होगा। यह बयान उन्होंने वाशिंगटन, डी.सी. में जार्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करते हुए दिया। राहुल गांधी का कहना है कि वर्तमान में भेदभाव की समस्या इतनी गंभीर है कि आरक्षण को समाप्त करने की बात सोचना भी संभव नहीं है।
आरक्षण पर राहुल गांधी की स्थिति
राहुल गांधी ने बताया कि आदिवासी, दलित, और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों को संसाधनों में सही भागीदारी नहीं मिल रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आदिवासियों को 100 रुपये में से केवल 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 5 रुपये, और ओबीसी को भी इतनी ही राशि मिलती है। उनका कहना था कि भारत की 90 प्रतिशत आबादी को संसाधनों में उचित हिस्सा नहीं मिल रहा है, और यही कारण है कि आरक्षण एकमात्र समाधान नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा, “भारत के बिजनेस लीडर्स की सूची में आदिवासी, दलित और ओबीसी के नाम नहीं दिखते हैं। शीर्ष 200 लीडर्स में से एक भी ओबीसी नहीं है। इससे स्पष्ट है कि हम असल समस्या का इलाज नहीं कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि सामान्य जाति के लोग भी यह समझें कि दरवाजे खुलने चाहिए, ताकि सभी वर्गों को समान अवसर मिल सके।
समान नागरिक संहिता पर राहुल गांधी की टिप्पणी
राहुल गांधी ने समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि इस पर टिप्पणी करने से पहले वह भाजपा के प्रस्ताव को जानना चाहेंगे। उनका मानना है कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (आईएनडीआइए) के सदस्यों में मतभेद हैं, लेकिन वे कई मुद्दों पर सहमत भी हैं।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा ने राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी की पारिवारिक विरासत को आरक्षण विरोधी बताते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी की बातों से उनकी सच्चाई उजागर होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का आरक्षण के खिलाफ एक सोची-समझी रणनीति है और राहुल गांधी संविधान के साथ धोखा कर रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को समाप्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी का बयान यह दर्शाता है कि कांग्रेस आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में काम कर रही है।
रविशंकर प्रसाद ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेशों में भारत को नीचा दिखाने और अपमानित करने का प्रयास करते हैं। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने भी कहा कि राहुल गांधी चीन और पाकिस्तान की तारीफ करते हैं, और अपने देश की आलोचना करते हैं।
निष्कर्ष
राहुल गांधी के बयान ने आरक्षण और भेदभाव के मुद्दों पर नई बहस को जन्म दिया है। जहां उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आरक्षण तब तक जारी रहेगा जब तक भारत भेदभाव रहित नहीं हो जाता, वहीं भाजपा ने इसे कांग्रेस की आरक्षण विरोधी मंशा के रूप में देखा है। इस बहस के आगे क्या मोड़ आएंगे, यह देखने वाली बात होगी।