Raipur Trunk Murder Case: Disabled Elder Killed Over ₹50 Lakh Land Deal, Lawyer Couple Arrested
रायपुर ट्रंक मर्डर केस: जमीन के 50 लाख के सौदे ने ली विकलांग बुज़ुर्ग की जान, वकील दंपति ने मिलकर रची खौफनाक साजिश
AIN NEWS 1: रायपुर के इंद्रप्रस्थ इलाके में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। एक ट्रंक में सीमेंट से भरी विकलांग बुज़ुर्ग की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। शुरुआती जांच में यह मामला रहस्यमय लग रहा था, लेकिन अब धीरे-धीरे सच्चाई सामने आ रही है। दरअसल, इस हत्या के पीछे लाखों की जमीन का लेनदेन छिपा था।
कैसे हुआ मामला उजागर?
पुलिस को सूचना मिली कि इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के हांडीपारा स्थित एचएमटी चौक में एक फ्लैट में अजीब सी बदबू आ रही है। जब पुलिस वहां पहुंची और तलाशी ली, तो एक स्टील ट्रंक में 60 वर्षीय किशोर पैकरा की लाश मिली। वह विकलांग थे और व्हीलचेयर का सहारा लेते थे।
लाश को ट्रंक में बंद कर उसके ऊपर सीमेंट भर दिया गया था, ताकि शव से आने वाली बदबू को दबाया जा सके और किसी को शक न हो। यह तरीका इतना भयावह था कि पुलिसकर्मी भी एक पल को चौंक गए।
कौन थे किशोर पैकरा?
किशोर पैकरा एक शारीरिक रूप से अक्षम बुज़ुर्ग थे जो अकेले ही रहते थे। उन्होंने मोहनदी गांव में स्थित अपनी जमीन बेची थी, जिसमें करीब 50 लाख रुपये की डील हुई थी। इस डील में मुख्य भूमिका एक वकील अंकित उपाध्याय की थी, जिसने सौदा कराया था।
हत्या की वजह: अधूरी रकम और लालच
जांच में पता चला कि किशोर को जमीन के बदले सिर्फ 30 लाख रुपये ही मिले थे। उन्होंने बाकी के 20 लाख में से कम से कम 10 लाख रुपये तुरंत मांगे। इस पर सौदा कराने वाले वकील अंकित और उसकी पत्नी को डर हुआ कि कहीं किशोर उन्हें ब्लैकमेल न करने लगे।
इस डर और लालच ने उन्हें एक खतरनाक कदम उठाने को मजबूर किया। उन्होंने मिलकर किशोर की हत्या की योजना बनाई।
हत्या की पूरी प्लानिंग
सूत्रों की मानें तो किशोर पहले वकील और उसकी पत्नी के साथ ही रहते थे। वे उसे खाना, दवा और अन्य ज़रूरतें भी मुहैया कराते थे ताकि किशोर उन्हें अपनी जमीन बेचने में मदद करे।
पर जैसे ही किशोर ने 10 लाख रुपये की मांग ज़ोर से करनी शुरू की, दंपति ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
21 जून को उन्होंने किशोर की हत्या कर दी। अगले 48 घंटे तक शव को फ्लैट में ही रखा गया। फिर एक स्टील ट्रंक खरीदा गया, जिसमें सीमेंट डालकर लाश को पैक कर दिया गया। ऐसा करने का मकसद खून और बदबू को फैलने से रोकना था।
पुलिस जांच में तेज़ी, तीन लोग हिरासत में
पुलिस ने तफ्तीश शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इन्हीं में एक क्लिप में एक पुरुष और महिला ट्रंक खरीदते हुए दिखे। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को हिरासत में लिया।
मुख्य आरोपी अंकित उपाध्याय, जो पेशे से वकील है, और उसकी पत्नी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इन दोनों ने किसी और की मदद ली थी या किसी प्रॉपर्टी डीलर की भूमिका भी इसमें शामिल है।
सीसीटीवी फुटेज ने खोली पोल
पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उनमें आरोपी ट्रंक खरीदते और फिर उसे गाड़ी में ले जाते हुए साफ दिखाई दे रहे हैं। यही फुटेज पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हो रहे हैं।
इसके साथ ही पुलिस दो अन्य प्रॉपर्टी डीलरों की भूमिका पर भी नजर बनाए हुए है जो इस जमीन सौदे का हिस्सा थे और हो सकता है कि हत्या की योजना में उनकी भूमिका हो।
पड़ोसियों में डर और गुस्सा
घटना के बाद मोहल्ले में डर और गुस्से का माहौल है। पड़ोसियों का कहना है कि किशोर शांत स्वभाव के थे और किसी से झगड़ा नहीं करते थे।
“हमें बिल्कुल यकीन नहीं था कि ऐसा कुछ होगा,” एक पड़ोसी ने कहा, “हमने तो सिर्फ बदबू आने की शिकायत की थी, लेकिन यह तो खौफनाक मंजर निकला।”
यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि लालच, विश्वासघात और क्रूरता की कहानी है। जहां एक विकलांग बुज़ुर्ग की ज़िंदगी सिर्फ पैसों के लिए ले ली गई। पुलिस की जांच अभी जारी है और उम्मीद है कि सभी आरोपियों को सख्त सजा मिलेगी, जिससे समाज में एक मजबूत संदेश जाए।
The Raipur trunk murder case has shocked the city after a disabled elderly man’s body was found in a cement-filled trunk. The murder was allegedly carried out by a lawyer couple over a ₹50 lakh land deal dispute. As police investigate the crime in Indraprastha Colony, key evidence from CCTV footage and suspect statements is shedding light on how the gruesome murder of Kishore Paikara was planned and executed.