Rekha Gupta Rejects CM Bungalow Used by Arvind Kejriwal, Considers Auction and Public Use
रेखा गुप्ता नहीं रहेंगी ‘शीशमहल’ में, नीलामी समेत जनता के हित में इस्तेमाल के 3 विकल्पों पर कर रहीं विचार
AIN NEWS 1: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उपयोग किए गए बंगले में नहीं रहेंगी। यह वही बांग्ला है जिसे भाजपा “शीशमहल” कहकर आलोचना करती रही है। पार्टी का आरोप है कि इस बंगले पर जनता के पैसे से करोड़ों रुपए खर्च किए गए। अब रेखा गुप्ता इस बंगले को जनता के हित में इस्तेमाल करने पर विचार कर रही हैं और इसके लिए उन्होंने तीन प्रमुख विकल्प बताए हैं।
शीशमहल को लेकर तीन संभावनाएं:
1. स्टेट गेस्ट हाउस:
रेखा गुप्ता ने सुझाव दिया कि दिल्ली में अपना कोई स्थायी राज्य अतिथि गृह नहीं है। ऐसे में इस बंगले को स्टेट गेस्ट हाउस के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। इससे देश-विदेश से आने वाले मेहमानों को ठहराने की उचित व्यवस्था हो सकती है।
2. नीलामी करके सरकारी खजाने में धन वापसी:
मुख्यमंत्री ने यह भी विकल्प रखा कि इस बंगले को नीलाम कर दिया जाए और इससे मिलने वाली रकम को सरकारी खजाने में जमा करा दिया जाए। इससे जनता के धन की भरपाई हो सकती है और पारदर्शिता का संदेश जाएगा।
3. जनता के लिए खोला जाए:
एक अन्य सुझाव के रूप में रेखा गुप्ता ने कहा कि इसे जनता के लिए खोल दिया जाए ताकि लोग आकर देख सकें कि जनता के पैसों से किस तरह का निर्माण हुआ है। यह पारदर्शिता और जनजागरूकता के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
म्यूजियम बनाने पर भी विचार:
इससे पहले रेखा गुप्ता यह भी कह चुकी हैं कि शीशमहल को एक म्यूजियम में बदला जा सकता है, जिससे जनता को यह समझने में मदद मिलेगी कि सरकार में रहते हुए सार्वजनिक धन का कैसा दुरुपयोग हो सकता है।
रेखा गुप्ता का व्यक्तिगत रुख:
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उस बंगले में नहीं रह सकतीं क्योंकि यह नैतिक रूप से उनके लिए स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा, “शीशमहल रहने लायक नहीं है। हमारी आत्मा यह गवाही नहीं देती। जो जनता से नोंच-नोंच कर पैसा इकट्ठा कर वह महल बनाया गया, उसमें रहना संभव नहीं है।”
वर्तमान स्थिति:
रेखा गुप्ता फिलहाल अपने पुराने घर में ही रह रही हैं और वहीं से ऑफिस का संचालन भी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि लोग अधिक आने लगे हैं, इसलिए गली में ही टेबल-कुर्सियां लगाकर काम चलाना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक उन्हें एक उपयुक्त सरकारी आवास नहीं मिलता, तब तक वे अपने घर से ही काम करेंगी।
जनता से सुझाव मांगना:
रेखा गुप्ता ने इस मुद्दे पर जनता की राय को भी महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि जनता के सुझावों के आधार पर ही वे शीशमहल के उपयोग को लेकर अंतिम फैसला लेंगी।
इस पूरी स्थिति से यह साफ होता है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पूर्ववर्ती सरकार की आलोचना के साथ-साथ एक जिम्मेदार और पारदर्शी शासन देने का संकेत दे रही हैं। उनका जोर इस बात पर है कि जनता के पैसों का सही उपयोग हो और सरकार में विश्वास बढ़े।
Delhi Chief Minister Rekha Gupta has made it clear she will not reside in the luxurious CM bungalow used by Arvind Kejriwal, commonly dubbed as ‘Sheeshmahal’. Instead, Gupta is exploring responsible options for public benefit including turning it into a state guest house, putting it up for auction to recover government funds, or converting it into a museum accessible to the public. This bold move highlights a shift in Delhi politics and Rekha Gupta’s focus on transparency, accountability, and public service.