AIN NEWS 1 : दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में प्रदूषण की स्थिति में अचानक सुधार देखा गया है, जिससे निवासियों को थोड़ी राहत मिली है। दिल्ली सरकार ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ जैसे अभियानों के तहत प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, विंटर एक्शन प्लान भी लागू किया गया है। तेज हवाओं के चलते प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है, जिससे कई क्षेत्रों के लोग सांस लेने में राहत महसूस कर रहे हैं।
प्रदूषण की वर्तमान स्थिति
बीते बुधवार से चल रही तेज हवाओं ने प्रदूषण की स्थिति में सुधार किया है। सुबह के समय, दिल्ली, नोएडा, और गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता (AQI) 300 के पार जा चुकी थी, लेकिन अब यह स्थिति कुछ बेहतर हो गई है। उदाहरण के लिए:
दिल्ली: आनंद विहार का AQI बुधवार को 402 था, जो आज 389 पर आ गया है। वहीं, जहांगीरपुरी में AQI 418 से घटकर 380 हो गया है।
नोएडा: यहां बुधवार का AQI 311 था, जो अब 189 पर पहुंच गया है। सेक्टर 1 में AQI 327 से घटकर 201 हो गया है।
गाजियाबाद: बुधवार को AQI 319 था, अब यह 249 पर आ गया है। इंदिरापुरम का AQI 302 से घटकर 291 हो गया है।
राहत की वजहें
जानकारों का कहना है कि प्रदूषण में यह सुधार कुछ समय के लिए ही है। तेज हवा के चलते प्रदूषण में कमी आई है, लेकिन अगर हवा की गति धीमी होती है, तो स्थिति फिर से गंभीर हो सकती है। लोगों ने इस राहत के लिए भगवान का धन्यवाद दिया है, क्योंकि सरकारी प्रयासों का प्रभाव अभी सीमित है।
सरकारी कदम और कार्रवाई
दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ सरकार द्वारा कई उपाय किए जा रहे हैं। ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान के साथ-साथ ग्रेप 2 लागू किया गया है, जिसमें डीजी सेट्स और कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर रोक लगाई गई है। नोएडा में प्राधिकरण ने पर्यावरण सुरक्षा के लिए कई ठिकानों पर कार्रवाई की है।
कृत्रिम बारिश की मांग
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार से कृत्रिम बारिश कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि ऐसा किया जाए, तो इससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष
दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए यह राहत भरी खबर है कि प्रदूषण के स्तर में सुधार हुआ है, लेकिन यह भी सच है कि यह स्थिति अस्थायी हो सकती है। आगे की चुनौतियों के लिए सतर्क रहना आवश्यक है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि निवासियों को स्वस्थ और स्वच्छ हवा मिल सके।