AIN NEWS 1 : उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (यूपी रेरा) ने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब से, जिन रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के ज़मीन रिकॉर्ड या नक्शे यूपी रेरा पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए हैं, उन्हें ‘प्रोजेक्ट्स इन एबेयंस’ यानी स्थगित परियोजनाओं की श्रेणी में रखा जाएगा।
क्या है ‘प्रोजेक्ट्स इन एबेयंस’ टैग?
‘प्रोजेक्ट्स इन एबेयंस’ टैग उन प्रोजेक्ट्स को दर्शाता है जिनके पास रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर तो है, लेकिन उनके दस्तावेज पूरे नहीं हैं। इस टैग के माध्यम से संभावित घर खरीदारों को चेतावनी दी जाती है कि वे ऐसे प्रोजेक्ट्स से दूर रहें।
वर्तमान स्थिति
उत्तर प्रदेश में लगभग 400 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स हैं जिन्होंने ज़मीन के रिकॉर्ड या नक्शे अब तक अपलोड नहीं किए हैं। इनमें से कई प्रोजेक्ट्स 2016 से पहले के हैं, जब रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम लागू हुआ था। पिछले दो वर्षों में इन प्रोजेक्ट्स के प्रमोटर्स को नोटिस भेजे गए थे, लेकिन केवल 57 ने जवाब दिया और 25 प्रोजेक्ट्स के प्रमोटर्स ने दस्तावेज़ अपलोड करने की अनुमति मांगी।
यूपी रेरा की सलाह
यूपी रेरा के चेयरमैन संजय भूषरेड्डी ने कहा कि प्रमोटर अक्सर केवल रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर का उपयोग विज्ञापनों और बिक्री दस्तावेजों में करते हैं, जिससे घर खरीदार धोखा खा सकते हैं। उन्होंने खरीदारों को सलाह दी है कि वे निवेश से पहले प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी चेक करें और ‘प्रोजेक्ट्स इन एबेयंस’ टैग वाले प्रोजेक्ट्स से दूर रहें।
इस पहल से घर खरीदारों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ बिल्डरों की विश्वसनीयता पर भी असर पड़ेगा।