AIN NEWS 1 मेरठ: गंगा मेले की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को मेरठ कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे और आईजी जोन नचिकेत झा ने मेले के विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से नजर डाली। उन्होंने मुख्य रूप से सुरक्षा, जन सुविधाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान दिया। गढ़ गंगा मेला, जिसे मिनी कुंभ के रूप में भी जाना जाता है, महाभारत काल से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण मेला है, और इसकी तैयारियों की समीक्षा मेरठ प्रशासन ने शुरू कर दी है।
सुरक्षा और सुविधाओं का व्यापक इंतजाम
मेला स्थल की सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान दिया गया है। कमिश्नर और आईजी ने इस दौरान अस्थाई घाटों, चिकित्सा सुविधाओं, पानी, प्रकाश व्यवस्था, और पुलिस बल की तैनाती का जायजा लिया। मेरठ, दिल्ली, हापुड़ और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला स्थल पर अस्थाई घाटों का निर्माण किया जा रहा है। इन घाटों पर सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी और पीएससी गोताखोरों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा, शरारती तत्वों पर निगरानी रखने के लिए वाच टावरों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे ने कहा कि लाखों श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय, चेंजिंग रूम और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने विशेष रूप से डूबने की घटनाओं की रोकथाम पर जोर दिया और कहा कि मेला स्थल के उन क्षेत्रों में, जहां पानी का स्तर अधिक है और बहाव तेज है, श्रद्धालुओं का प्रवेश रोकने के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी।
स्वास्थ्य सुविधाएं और आपातकालीन व्यवस्था
सीएमओ डॉक्टर सुनील त्यागी ने मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि मुख्य अस्थाई अस्पताल के अलावा, मेला स्थल पर कुल पांच अस्पताल बनाए जाएंगे। इन अस्पतालों में गंभीर बीमारियों का इलाज करने के लिए बेडों की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, किसी भी आकस्मिक स्थिति में मेला क्षेत्र में तैनात एम्बुलेंस मरीजों को अस्पताल पहुंचाएंगी। यदि किसी श्रद्धालु को सांप या जहरीले कीड़े का काटा हुआ तो उसे मेला क्षेत्र में ही एंटी स्नेक वीनम इंजेक्शन मिलेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि मेला क्षेत्र में संक्रमण को रोकने के लिए नियमित रूप से फॉगिंग और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाएगा। इसके अलावा, खराब फल, सब्जियां और दूषित खाद्य सामग्री की बिक्री पर नकेल कसने के लिए विभागीय टीमें नियमित रूप से चेकिंग करेंगी।
विज्ञापन और भीड़ नियंत्रण
मेला में आने वाले श्रद्धालुओं और व्यापारियों के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजामों के साथ-साथ यातायात की व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। गढ़ रोडवेज डिपो के क्षेत्रीय सहायक प्रबंधक हेमंत मिश्रा ने मेला अवधि के दौरान अतिरिक्त बसों के संचालन और भीड़ नियंत्रित करने के लिए विशेष बस सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मेले में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की यात्रा में परेशानी नहीं होनी चाहिए।
कच्ची और अवैध शराब पर नकेल
कमिश्नर और आईजी ने कच्ची और अवैध शराब की बिक्री पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि हापुड़, अमरोहा और मेरठ जनपद की आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें नियमित रूप से छापेमारी करेंगी और अवैध शराब के कारोबार को रोकेंगी।
संचार व्यवस्था पर भी हुआ ध्यान
क्षेत्रीय भाजपा विधायक हरेंद्र तेवतिया ने मेला स्थल पर आने-जाने वाली श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मोबाइल नेटवर्किंग व्यवस्था को और बेहतर बनाने की बात की। उन्होंने अस्थाई मोबाइल टावर लगाने का सुझाव दिया, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर नेटवर्क सेवा मिल सके।
अधिकारियों की उपस्थिति
समीक्षा बैठक के दौरान जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने भी अपनी रिपोर्ट पेश की। बैठक में एडीएम संदीप कुमार सिंह, एएसपी विनीत भटनागर, सीडीओ हिमांशु गौतम, एसडीएम साक्षी शर्मा, सीओ वरुण मिश्रा, तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह, बीडीओ विजय कुमार, नायब तहसीलदार पवन कुमार समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों को मेला व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए। सुरक्षा, स्वास्थ्य और जन सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और तैयार है।
निष्कर्ष
गढ़ गंगा मेला, जो महाभारत काल से जुड़ा हुआ एक ऐतिहासिक मेला है, इस बार की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। सुरक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, और जन सुविधाओं के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया गया है। इस बार मेला प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होने देना चाहता और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।