AIN NEWS 1 | राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने पार्टी के सभी प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है। यह सख्त कदम पार्टी के एक प्रवक्ता द्वारा गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना के बाद उठाया गया है।
फैसले की घोषणा
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने एक आधिकारिक चिट्ठी के जरिए इस फैसले की जानकारी दी। इस चिट्ठी में बताया गया कि जयंत चौधरी के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। रालोद की मेरठ इकाई ने भी इस फैसले की पुष्टि करते हुए इसे अपने मीडिया ग्रुप में साझा किया।
क्या था मामला?
कुछ दिनों पहले रालोद प्रवक्ता कमल गौतम ने गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि शाह का बयान सही नहीं है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। गौतम ने यह भी कहा कि जो लोग बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को भगवान मानते हैं, वे उन्हें भगवान मानते रहेंगे, और उनके खिलाफ ऐसा बयान उचित नहीं है।
पार्टी का रुख
त्रिलोक त्यागी द्वारा जारी चिट्ठी में स्पष्ट कहा गया कि राष्ट्रीय लोकदल के सभी राष्ट्रीय और उत्तर प्रदेश के प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
राजनीतिक संकेत
रालोद का यह फैसला एनडीए में अपनी स्थिति को संतुलित करने और विवादों से बचने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। जयंत चौधरी द्वारा लिए गए इस सख्त निर्णय ने पार्टी में अनुशासन को लेकर उनकी गंभीरता को जाहिर किया है।
आगे की दिशा
यह देखना दिलचस्प होगा कि रालोद अपने नए प्रवक्ताओं की नियुक्ति कब और कैसे करता है। वहीं, इस फैसले का पार्टी के भीतर और एनडीए में क्या प्रभाव पड़ेगा, यह भी राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।