Ainnews1.com । फरवरी में यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद से रूस से रियायती कच्चे तेल का आयात करके भारत को कथित तौर पर ₹ 35,000 करोड़ का लाभ हुआ। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत चीन के बाद रूसी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है। युद्ध से पहले 1% से भी कम की तुलना में रूसी तेल देश की कुल तेल खरीद का 12% है।