Friday, January 31, 2025

स्वीडन में क़ुरान जलाने वाले सलवान मोमीका की गोली मारकर हत्या?

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AIN NEWS 1: स्वीडन में 38 वर्षीय इराकी नागरिक सलवान मोमीका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मोमीका वो व्यक्ति हैं जिन्होंने 2023 में स्वीडन के स्टॉकहोम में क़ुरान जलाया था, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद खड़ा हो गया था। यह घटना बुधवार रात को स्टॉकहोम के सोडरटेल्जे इलाके में घटित हुई। रिपोर्टों के अनुसार, मोमीका उस समय सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे थे जब उन पर हमला किया गया।

पांच संदिग्ध गिरफ्तार

स्वीडन पुलिस ने पुष्टि की है कि एक व्यक्ति को गोली मारकर हत्या कर दी गई, और इस मामले में पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, स्वीडिश अधिकारियों ने अब तक मृतक की आधिकारिक पहचान नहीं की है, लेकिन स्थानीय मीडिया के अनुसार, मृतक वही सलवान मोमीका थे जिन्होंने क़ुरान जलाने का कृत्य किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह अभी स्पष्ट नहीं है कि हत्या के पीछे क्या कारण था।

2023 में क़ुरान जलाने से विवाद

सलवान मोमीका को 2023 में स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के बाहर क़ुरान जलाने के कारण बड़े विवाद का सामना करना पड़ा था। इस घटना के बाद, मुस्लिम-बहुल देशों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसके साथ ही कई देशों के साथ स्वीडन के कूटनीतिक रिश्तों में तनाव पैदा हुआ। बगदाद में स्वीडिश दूतावास पर दो बार हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिससे स्वीडन के राजदूत को निष्कासित किया गया था।

उकसाने के आरोप और न्यायिक कार्यवाही

मोमीका पर अगस्त 2023 में स्वीडिश अधिकारियों ने चार मामलों में “जातीय समूह के खिलाफ उकसाने” का आरोप लगाया था। इन आरोपों के बाद, उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था और गुरुवार को उनके खिलाफ फैसले की तारीख तय की गई थी। लेकिन उनकी हत्या की घटना के बाद, स्टॉकहोम जिला न्यायालय ने मामले की सुनवाई स्थगित कर दी है।

स्वीडन की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सवाल

स्वीडन सरकार ने शुरू में मोमीका को क़ुरान जलाने की अनुमति दी थी, यह कहते हुए कि यह उनके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा था। हालांकि, इस घटना के बाद स्वीडिश प्रशासन ने धार्मिक ग्रंथों के जलाने से संबंधित प्रदर्शनों पर कानूनी उपायों पर विचार करने की घोषणा की थी। इसने स्वीडन की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नीति पर सवाल उठाया, क्योंकि कई मुस्लिम देशों ने इसका विरोध किया था और स्वीडन के खिलाफ कूटनीतिक दबाव बढ़ा दिया था।

स्वीडन की सरकार की प्रतिक्रिया

स्वीडन सरकार ने पहले मोमीका को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत क़ुरान जलाने की अनुमति दी थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बाद उन्होंने इस पर रोक लगाने का विचार किया। स्वीडिश प्रशासन अब धार्मिक किताबों को जलाने से संबंधित प्रदर्शनों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कानूनों पर विचार कर रहा है।

हत्या की जांच जारी

अब सलवान मोमीका की हत्या के मामले में स्वीडन की पुलिस ने पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और हत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर स्वीडन में क़ुरान जलाने को लेकर चल रही बहस को तूल दे दिया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीडन के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं।

सलवान मोमीका की हत्या ने न केवल स्वीडन में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नया विवाद उत्पन्न कर दिया है। क़ुरान जलाने की घटना ने पहले ही स्वीडन की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया था, और अब मोमीका की हत्या ने इस मुद्दे को और गहरा कर दिया है। स्वीडन की सरकार को अब इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देने और अपनी सुरक्षा नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता होगी।

This tragic incident has brought attention back to the tensions surrounding freedom of expression in Sweden. Salwan Momika’s controversial Quran burning in 2023 ignited protests worldwide, and his recent death only deepens the conflict, raising questions about the limits of freedom of speech and the safety of individuals involved in such acts. The Swedish government, previously defending freedom of expression, now faces a critical moment in addressing both domestic and international concerns related to religious intolerance and public demonstrations.

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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