AIN NEWS 1: समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान इकरा हसन ने कहा कि गृह मंत्री द्वारा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। अंबेडकर, जो हमारे संविधान के निर्माता हैं और जिनका पूरे देश में सम्मान है, उनके बारे में ऐसी बयानबाजी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि गृह मंत्री अपनी बात वापस लें और माफी मांगें। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान इकरा हसन ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं, और दो दिनों से हो रहे इस विरोध में किसी प्रकार का कोई झगड़ा या धक्का-मुक्की नहीं हुई है। यह विरोध किसी और मुद्दे से ध्यान हटाने का प्रयास है, लेकिन हमारा ध्यान संविधान से भटका नहीं जा सकता।
इकरा हसन ने कहा कि विपक्षी नेताओं पर इस तरह के हमले किए जा रहे हैं, जो उनकी आवाज दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि भाजपा जब भी किसी नेता से हारती है या कोई नेता उनके खिलाफ बोलता है, तो उसे परेशान किया जाता है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि पार्टी के कई नेता, जैसे इरफान सोलंकी, आजम खान, और अब ज़िया उर्रहमान बारक पर जांच चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका भाई भी इसी तरह के उत्पीड़न का शिकार हो रहा है। बावजूद इसके, समाजवादी पार्टी डरने वाली नहीं है और हमेशा अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
इकरा हसन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पहली बार वह भागवत के बयान से सहमत हैं, जिसमें उन्होंने देश की विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। हालांकि, इकरा ने यह भी कहा कि यह बयान भागवत की अपनी प्रयोगशाला से आया है, और यह देर से आया है, लेकिन बेहतर late than never।
समाजवादी पार्टी की सांसद ने अंत में इस बात पर जोर दिया कि विपक्षी दलों के खिलाफ जिस प्रकार के साजिशें चल रही हैं, उनसे हम डरने वाले नहीं हैं। संविधान और देश के विकास के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।