Sambhal Eid Namaz Controversy: Dispute Between Two Groups Resolved After Police Meeting
संभल में ईद की नमाज को लेकर विवाद, पुलिस प्रशासन की बैठक में हुआ समाधान
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में ईद की नमाज को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। दोनों ही पक्ष ईदगाह में नमाज पढ़ाने को लेकर अड़े हुए थे, जिसके चलते मामला कोतवाली थाना तक पहुंच गया। स्थिति को शांत करने के लिए पुलिस प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद SDM वंदना मिश्रा, CO अनुज चौधरी और इंस्पेक्टर अनुज तोमर की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की गई।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
इस विवाद की जड़ करीब दो-तीन महीने पहले शुरू हुई जब ईदगाह के पूर्व इमाम कारी सुलेमान अशरफ का निधन हो गया। उनके निधन के बाद उनके बेटे कारी गाजी अशरफ को नया इमाम नियुक्त किया गया। हालांकि, एक वर्ग ने इस फैसले का विरोध किया और उन्हें इमाम मानने से इनकार कर दिया। इसी असहमति ने ईद की नमाज को लेकर विवाद को जन्म दिया।
दो पक्षों के बीच बढ़ता तनाव
रविवार शाम को मामला तब और गंभीर हो गया जब दोनों पक्ष ईदगाह में ईद की नमाज पढ़ाने को लेकर अड़ गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संभल पुलिस प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप करना पड़ा। कोतवाली में बुलाई गई बैठक में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया।
पुलिस प्रशासन ने निकाला समाधान
करीब दो घंटे की बैठक के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी कि इस साल की ईद की नमाज मुफ़्ती ए आज़म संभल कारी अलाउद्दीन पढ़ाएंगे। यह फैसला तब लिया गया जब दोनों पक्ष अपनी-अपनी मांगों पर अड़े हुए थे और समाधान निकालना जरूरी हो गया था।
ईद के बाद होगा अंतिम निर्णय
हालांकि, यह विवाद पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। अंतिम फैसला ईद के दस दिन बाद एक और बैठक में लिया जाएगा, जहां वोटिंग के आधार पर निर्णय होगा कि भविष्य में ईदगाह में नमाज कौन पढ़ाएगा।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
संभल पुलिस प्रशासन ने संभावित तनाव को देखते हुए पूरे इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन ने कहा कि ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
संभल में ईद की नमाज विवाद को लेकर शुरू हुआ तनाव अब अस्थायी रूप से शांत हो गया है। पुलिस प्रशासन की मध्यस्थता से दोनों पक्षों में सहमति बनी और फिलहाल कारी अलाउद्दीन साहब इस साल की नमाज पढ़ाएंगे। हालांकि, इस विवाद का अंतिम फैसला ईद के दस दिन बाद होगा। तब तक इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
A major Eid Namaz dispute in Sambhal led to a heated argument between two groups, as both wanted to lead the prayers at the Eidgah. The situation escalated, requiring intervention from SDM Vandana Mishra and CO Anuj Chaudhary. A police meeting was held at the Kotwali station, where discussions continued for two hours before reaching a resolution. Finally, it was decided that Mufti-e-Azam Sambhal Qari Alauddin would lead the Eid prayers this year. The Sambhal police administration has deployed heavy security to maintain peace. The final decision regarding the Eidgah leadership will be taken ten days after Eid through a voting process.