AIN NEWS 1 | यूपी पुलिस ने 24 नवंबर 2024 को संभल में हुई हिंसा को लेकर छह अलग-अलग मामलों में चार्जशीट दाखिल कर दी है। 4175 पन्नों की इस रिपोर्ट में 208 लोगों को आरोपी बनाया गया है और हिंसा के अंतरराष्ट्रीय संबंधों का खुलासा हुआ है।
संभल में हिंसा कैसे भड़की?
19 नवंबर:
- हिंदू पक्ष ने जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए कोर्ट में वाद दाखिल किया।
- चंदौसी सिविल जज की अदालत ने कमिश्नर नियुक्त कर रिपोर्ट मांगी।
- कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के नेतृत्व में सर्वे शुरू हुआ।
24 नवंबर:
- सुबह 7:30 बजे कोर्ट कमिश्नर की टीम दोबारा सर्वे करने पहुंची।
- सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हुई और कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
- पुलिस ने हिंसा से जुड़ी 12 एफआईआर दर्ज कीं, जिनमें 11 संभल और 1 मुरादाबाद में दर्ज हुई।
चार्जशीट के अहम खुलासे
1. कुल 159 आरोपी बनाए गए:
- 80 गिरफ्तार हो चुके हैं, 79 अभी भी फरार हैं।
- चार्जशीट में हिंसा फैलाने के मास्टरमाइंड का खुलासा हुआ है।
2. हिंसा का मास्टरमाइंड शारिक साटा:
- शारिक साटा एक दुबई-आधारित भगोड़ा है, जिसका संबंध अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तान की ISI से है।
- उसने हिंसा भड़काने के लिए हथियार उपलब्ध कराए।
- पुलिस ने उसके गिरोह के 2 लोगों – गुलाम और अफरोज को गिरफ्तार किया।
3. चार्जशीट में अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन:
- हिंसा के दौरान मिले हथियार अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और चेकोस्लोवाकिया में बने थे।
- 9mm और 32mm की पिस्टल, गोलियों से भरी मैगजीन, 12 बोर के कट्टे और कई कारतूस जब्त किए गए।
महत्वपूर्ण घटनाक्रम:
25 नवंबर:
- पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेता और संभल सांसद जिया उर रहमान बर्क का नाम एफआईआर में जोड़ा।
- विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल का भी नाम शामिल किया गया।
28 नवंबर:
- यूपी सरकार ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया, जो हिंसा के पीछे की साजिश की जांच कर रहा है।
29 नवंबर:
- सुप्रीम कोर्ट ने संभल ट्रायल कोर्ट को शाही जामा मस्जिद मामले में कार्यवाही रोकने का निर्देश दिया।
1 दिसंबर – 30 जनवरी:
- यूपी सरकार के आयोग ने तीन बार संभल का दौरा किया और लोगों व सरकारी अधिकारियों के बयान दर्ज किए।
चार्जशीट में क्या नहीं है?
- सपा सांसद और विधायक के बेटे का नाम चार्जशीट से गायब है, लेकिन पुलिस ने बताया कि उनकी जांच अभी जारी है।
- व्हाट्सएप चैट और अन्य डिजिटल सबूत जुटाए जा रहे हैं।