Satyapal Malik Allegations: 150 Crore Bribe Offer, CBI Chargesheet & His Truth
मैं न झुकूंगा, न डरूंगा – सत्यपाल मलिक का बयान
AIN NEWS 1: पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक भावुक बयान जारी करते हुए अपने लंबे राजनीतिक सफर और वर्तमान परिस्थितियों पर खुलकर बात की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे किसी भी दबाव में आकर झुकने या डरने वाले नहीं हैं, चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों न हों।
राज्यपाल रहते समय रिश्वत की पेशकश
सत्यपाल मलिक ने खुलासा किया कि जब वे राज्यपाल के पद पर थे, तब उन्हें 150-150 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई। उन्होंने कहा कि उनके राजनीतिक गुरु, किसानों के मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की तरह, उन्होंने हमेशा ईमानदारी को प्राथमिकता दी और किसी भी प्रकार का प्रलोभन स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा, “मैंने अपने जीवन में कभी बेईमानी नहीं की और न ही किसी के दबाव में आया।”
किसान आंदोलन और महिला पहलवानों का समर्थन
सत्यपाल मलिक ने किसानों के आंदोलन के दौरान खुलकर किसानों का समर्थन किया। उन्होंने बिना किसी राजनीतिक लालच के किसानों की मांगों को सरकार तक पहुंचाया। इतना ही नहीं, जब महिला पहलवानों ने जंतर-मंतर और इंडिया गेट पर न्याय की लड़ाई लड़ी, तब वे भी उनके साथ खड़े रहे।
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि न्याय के लिए लड़ने वालों के साथ खड़ा होना हर जनप्रतिनिधि का कर्तव्य है, और मैंने यही किया।”
पुलवामा हमला और जांच की मांग
अपने बयान में मलिक ने पुलवामा हमले का भी जिक्र किया, जिसमें कई वीर जवान शहीद हुए थे। उन्होंने कहा कि इस हमले पर अब तक सही तरह से जांच नहीं की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि जब देश के वीर जवान शहीद हो रहे हैं, तब सरकार को उनकी शहादत की पूरी जांच करानी चाहिए थी, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
CBI की कार्रवाई और चार्जशीट पर प्रतिक्रिया
हाल ही में CBI ने सत्यपाल मलिक के खिलाफ एक मामले में चार्जशीट दाखिल की है। इस पर मलिक ने कहा कि सरकार उन्हें फंसाने के लिए झूठे आरोपों का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा कि जिस टेंडर के मामले में उन्हें फंसाने की कोशिश हो रही है, उसे उन्होंने स्वयं रद्द किया था और इस बारे में प्रधानमंत्री को भी सूचित किया था। उनके अनुसार, टेंडर बाद में अन्य हस्ताक्षरों से पास हुआ, जिसमें उनका कोई लेना-देना नहीं था।
उन्होंने कहा, “सरकार चाहे CBI का डर दिखाए, लेकिन मैं किसान समाज से हूं, न डरूंगा और न झुकूंगा।”
सरकारी एजेंसियों पर आरोप
मलिक ने कहा कि सरकार ने उन्हें बदनाम करने में पूरी ताकत लगा दी है। उनका कहना है कि वह चाहते हैं कि जनता को सच पता चले। उन्होंने कहा, “मैं सरकार से यही कहना चाहता हूं कि जो जांच आप कर रहे हैं, उसके नतीजे देश की जनता के सामने रखिए। सच्चाई बताइए कि आपको मेरे खिलाफ क्या सबूत मिले।”
50 साल की ईमानदार राजनीति
सत्यपाल मलिक ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि 50 साल से ज्यादा राजनीति करने के बावजूद उनके पास कोई बड़ी संपत्ति नहीं है। वे आज भी एक छोटे से मकान में रहते हैं और कर्ज में हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास धन-दौलत होती तो वे आज किसी बड़े प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे होते, लेकिन वे सामान्य जीवन जीते हैं।
अंतिम संदेश
अपने बयान में उन्होंने कहा, “मैं अपने देशवासियों से कहना चाहता हूं कि मैं रहूं या न रहूं, आप तक सच्चाई जरूर पहुंचनी चाहिए। झूठे आरोपों और साजिशों से डरने वाला नहीं हूं। मेरा जीवन हमेशा किसानों और देश की जनता के लिए समर्पित रहा है, और आगे भी रहेगा।”
Former Governor Satyapal Malik has revealed shocking allegations, claiming he was offered a Rs 150 crore bribe during his tenure. He openly supported farmers’ protests, backed women wrestlers fighting for justice, and demanded a fair investigation into the Pulwama attack. Now facing a CBI chargesheet, Malik accuses the government of framing him in a false corruption case. His statement highlights integrity, political honesty, and his lifelong service to the nation, sparking nationwide debate on corruption and transparency in Indian politics.



















