AIN NEWS 1: सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है कि अगर वह भिखारी भेजना बंद नहीं करेगा, तो उस पर कठोर कदम उठाए जाएंगे। इन देशों में पाकिस्तान के भिखारियों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि उन्होंने अब पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है। सऊदी अरब ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर पाकिस्तान ने भिखारी निर्यात करने की प्रक्रिया पर नियंत्रण नहीं किया, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान सरकार ने तुरंत एक्शन लिया। पाकिस्तान सरकार ने 4300 भिखारियों को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ECL) में डाल दिया है, जिससे अब ये भिखारी हज या उमराह के बहाने देश से बाहर नहीं जा सकेंगे। यह कदम सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों के दबाव में लिया गया है।
मक्का मस्जिद में पाकिस्तानी भिखारी:
एक रिपोर्ट के अनुसार, मक्का की मस्जिद से गिरफ्तार किए गए 90 प्रतिशत पॉकेटमार पाकिस्तानी थे। यह जानकारी पाकिस्तान के ओवरसीज सेक्रेटरी, ज़ीशान खानजादा ने 2023 में दी थी। उन्होंने कहा था कि सऊदी अरब में पाकिस्तानी भिखारी और पॉकेटमारों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे पाकिस्तान की छवि पर बुरा असर पड़ रहा है।
सऊदी अरब में भिखारी बनाना अपराध:
सऊदी अरब में भिखारी बनाना और भीख मांगना कानूनन अपराध है। वहां की सरकार ने इस पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और भिखारियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है। सऊदी अधिकारियों का कहना है कि भिखारी भेजने से पाकिस्तान के नाम पर बदनामी हो रही है और इससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो रहा है।
पाकिस्तान का कदम:
इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए अपने 4300 भिखारियों को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में डाला। इससे पाकिस्तान सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी व्यक्ति हज या उमराह के बहाने बाहर न जा सके और भिखारी के रूप में सऊदी अरब न पहुंच सके। यह कदम सऊदी अरब की सख्ती के जवाब में उठाया गया है और पाकिस्तान सरकार की कोशिश है कि वह इस गंभीर मुद्दे को सुलझाए और अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि को बेहतर बनाए।
सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों से मिली इस चेतावनी ने पाकिस्तान को यह संदेश दिया है कि अगर उसने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया, तो वह और भी बड़ी मुश्किलों का सामना कर सकता है। पाकिस्तान अब इस दिशा में कदम उठाकर अपनी छवि को सुधारने की कोशिश कर रहा है।