AIN NEWS 1 | अहमदाबाद विमान हादसे में केवल एक यात्री, रमेश विश्वास कुमार, ही जीवित बचे हैं। हादसे के बाद उन्हें अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे मिलने पहुंचे। इस भीषण विमान दुर्घटना के दौरान रमेश की सीट 11A थी। उन्होंने दूरदर्शन को दिए इंटरव्यू में बताया कि हादसे के वक्त का हर पल उन्हें आज भी झकझोर देता है।
✈️ हादसे के 10 सेकंड: जैसे सब थम गया था
रमेश बताते हैं,
“टेक ऑफ के एक मिनट बाद, करीब 10 सेकंड के लिए ऐसा लगा कि प्लेन कहीं अटक गया है। फिर अचानक हरी और सफेद लाइटें जलने लगीं और विमान की रफ्तार बेतहाशा बढ़ गई। तभी प्लेन एक इमारत (संभावित हॉस्टल) से टकरा गया।”
🔥 सब कुछ आंखों के सामने खत्म हो गया
“मेरे सामने ही एयर होस्टेस और कई यात्री खत्म हो गए। मुझे लगा मैं भी मरने वाला हूं। जब होश आया तो देखा कि मैं जिंदा हूं। सीट बेल्ट खोला और दरवाजे की तरफ भागा। मेरे पास वाली दीवार टूट चुकी थी, वहीं से रास्ता मिला और मैं बाहर निकल आया।”
🧱 इमारत की दीवार बन गई मौत का कारण
“प्लेन जिस ओर से क्रैश हुआ, वहां थोड़ी सी जगह बची थी और प्लेन का दरवाजा भी टूट गया था। मैंने वहीं से निकलने की कोशिश की और किसी तरह बाहर आया। लेकिन विमान की दूसरी ओर बैठने वाले यात्रियों की तरफ दीवार थी, जो उन्हें बाहर निकलने नहीं दी।”
रमेश का एक हाथ जल गया लेकिन वो खुद चलकर कुछ दूरी पर पहुंचे, फिर एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया।
🤝 प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अस्पताल पहुंचकर रमेश विश्वास से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। यह मुलाकात भावनात्मक रही और पीएम ने उन्हें हिम्मत न हारने की सलाह दी।
In a tragic incident, only one passenger, Ramesh Vishwas Kumar, survived the Ahmedabad plane crash. Seated on Seat 11A, Ramesh shared his emotional and chilling experience, detailing how the aircraft suddenly accelerated and crashed into a building. He narrowly escaped through a broken exit, while other passengers were trapped. Prime Minister Narendra Modi met the lone survivor at Ahmedabad Civil Hospital. This flight tragedy has raised serious concerns about aviation safety in India.