Senior Muslim MLA Alam Badi Insulted on Akhilesh Yadav’s Stage, Video Goes Viral
अखिलेश यादव के मंच पर वरिष्ठ मुस्लिम विधायक आलम बदी से दुर्व्यवहार, मंच पर धक्का-मुक्की का वीडियो वायरल
AIN NEWS 1 आजमगढ़: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आजमगढ़ स्थित नए आवास “पीडीए” (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का गुरुवार को उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम में भारी भीड़ और सपा नेताओं की मौजूदगी देखी गई, लेकिन इस समारोह के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने पार्टी के अंदर जातीय संतुलन और वरिष्ठ नेताओं के सम्मान को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
समारोह के दौरान मंच पर मौजूद सपा के 93 वर्षीय वरिष्ठ मुस्लिम विधायक आलम बदी आजमी के साथ दुर्व्यवहार हुआ। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि उन्हें माला पहनाने की प्रक्रिया के बीच आगे आने से रोका गया और जब उन्होंने दोबारा कोशिश की, तो पार्टी के ही अन्य विधायक संग्राम यादव ने उन्हें धकेल कर पीछे कर दिया।
मंच पर हुई उपेक्षा का पूरा घटनाक्रम
इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव के साथ पार्टी के कई प्रमुख नेता मंच पर मौजूद थे, जिनमें पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव और विधायक संग्राम यादव शामिल थे। इसी दौरान वरिष्ठ विधायक आलम बदी मंच पर अखिलेश के पास खड़े होकर माला पहनाना चाहते थे। लेकिन धर्मेंद्र यादव ने उन्हें रोक दिया। जब आलम बदी दोबारा आगे बढ़े, तो संग्राम यादव ने उन्हें किनारे कर दिया।
यह सब उस समय हुआ जब अखिलेश यादव स्वयं मंच पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस घटनाक्रम को रोकने या टोकने की कोशिश नहीं की। इस उपेक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या समाजवादी पार्टी में मुस्लिम नेताओं का सम्मान अब सिर्फ औपचारिकता भर रह गया है?
मुस्लिम नेताओं में गहरी नाराजगी
इस घटना के बाद मुस्लिम समुदाय और नेताओं में आक्रोश देखने को मिला है। राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के नेता नुरुल हुदा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि “22% मुसलमान सपा में केवल दरी बिछाने और तालियां बजाने के लिए रह गया है, जबकि 7% यादव नेतृत्व कर रहा है।”
नुरुल हुदा ने कहा कि “मुसलमानों को अब अपनी राजनीतिक सोच बदलनी होगी, वरना आने वाले समय में केवल इस्तेमाल होते रहेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि “आलम बदी जैसे बुजुर्ग नेता के साथ ऐसा सलूक पूरे प्रदेश के मुसलमानों का अपमान है।”
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
आलम बदी को मंच से धकेलने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में साफ नजर आता है कि एक बुजुर्ग नेता को मंच पर पीछे किया जा रहा है जबकि वह सपा के प्रति दशकों से वफादार रहे हैं।
सपा प्रवक्ता की सफाई
इस विवाद पर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “आलम बदी आजमी हमारे सम्मानित और वरिष्ठ नेता हैं। वे उम्र के इस पड़ाव पर भी सक्रिय हैं। कार्यक्रम में भीड़ बहुत ज्यादा थी और इसी कारण उनका संतुलन बिगड़ गया। किसी ने उन्हें जानबूझकर नहीं धकेला। इस मुद्दे को बेवजह बढ़ाया जा रहा है।”
सवाल जो उठ रहे हैं
1. क्या यह सपा के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) मॉडल का सच्चा चेहरा है?
2. क्या सपा में मुस्लिम नेताओं की भूमिका केवल ‘पार्टी वफादारी’ तक सीमित रह गई है?
3. क्या अखिलेश यादव की चुप्पी मुस्लिम वोट बैंक को हल्के में लेने का संकेत है?
आलम बदी की भूमिका और संघर्ष
आलम बदी आजमी समाजवादी पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक हैं। वह पांच बार विधायक रह चुके हैं और पार्टी के शुरुआती संघर्षों में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। ऐसे नेता को सार्वजनिक मंच पर अपमानित किया जाना सपा के अंदरूनी माहौल पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
During a high-profile event in Azamgarh, senior Samajwadi Party leader and MLA Alam Badi was publicly insulted when he was pushed aside on stage while trying to greet Akhilesh Yadav. The video of this incident has gone viral, creating a storm across Uttar Pradesh politics. Many are questioning the true intention behind the SP’s PDA (Backward, Dalit, Minority) model, alleging that Muslim leaders are being sidelined despite their loyalty to the party. The event has sparked massive outrage among Muslim communities and political analysts.