AIN NEWS 1 लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS), लखनऊ ने आज अपनी 41वीं वर्षगांठ मनाई, इस अवसर पर आयोजित समारोह में चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशेषज्ञों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि SGPGIMS न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा के मानक स्थापित कर रहा है।
SGPGIMS का योगदान
SGPGIMS की स्थापना 1982 में की गई थी और तब से यह संस्थान लगातार अपनी उत्कृष्टता और नवाचार के लिए प्रसिद्ध हुआ है। आज यह संस्थान न केवल चिकित्सा उपचार के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि SGPGIMS स्वास्थ्य क्षेत्र में नए मानकों को स्थापित कर रहा है, और यह उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि यह संस्थान पूरे उत्तर भारत में अपनी पहचान बना चुका है।
पुरस्कार वितरण और सम्मान
41वें स्थापना दिवस पर, SGPGIMS ने चिकित्सा और अनुसंधान क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को वार्षिक पुरस्कार और अनुसंधान पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उन विशेषज्ञों को दिए गए जिन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
SGPGIMS का भविष्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि SGPGIMS की उपलब्धियां इससे कहीं आगे बढ़ेंगी, और यह संस्थान चिकित्सा शिक्षा और शोध के नए मानक स्थापित करेगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार संस्थान की क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और भविष्य में SGPGIMS और भी प्रौद्योगिकी और शोध के क्षेत्र में अग्रणी होगा।
SGPGIMS परिवार को बधाई
मुख्यमंत्री ने SGPGIMS के 41 वर्षों की यात्रा को सराहा और संस्थान के प्रत्येक सदस्य को उनकी उत्कृष्टता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह संस्थान न केवल चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है, बल्कि अपने उच्च मानकों के द्वारा चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भी एक मिसाल प्रस्तुत कर रहा है।
इस 41वीं वर्षगांठ के अवसर पर SGPGIMS के पूरे परिवार को हार्दिक बधाई और अभिनंदन!