AIN NEWS 1: अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस शहर में नए साल के जश्न के दौरान हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। 42 वर्षीय अमेरिकी नागरिक शम्सुद्दीन जब्बार ने भीड़ पर ट्रक चढ़ा दिया और पुलिस व अन्य लोगों पर गोलियां बरसाईं। इस हमले में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
पुलिस ने हमलावर को मार गिराया और मामले की जांच शुरू कर दी है। हमले में इस्तेमाल किए गए ट्रक पर आतंकी संगठन ISIS का झंडा लगा हुआ था, जिससे यह घटना आतंकवाद से जुड़ी मानी जा रही है।
हमलावर का प्रोफाइल: एक सामान्य नागरिक से आतंकी तक का सफर
अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने शम्सुद्दीन जब्बार की पृष्ठभूमि से जुड़ी जानकारी साझा की है:
1. जन्म और शिक्षा:
जब्बार का जन्म टेक्सास में हुआ था, जहां वह पला-बढ़ा।
उसने जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से बैचलर डिग्री हासिल की।
2. पेशेवर जीवन:
जब्बार ने प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनी डेलॉयट में बिजनेस डेवलपर और डाटा इंजीनियर के तौर पर काम किया।
उसकी सालाना आय लगभग 1,20,000 डॉलर (करीब एक करोड़ रुपये) थी।
3. सैन्य सेवा:
वह करीब एक दशक तक अमेरिकी सेना में एचआर और आईटी स्पेशलिस्ट के रूप में काम कर चुका था।
घटना के पीछे की मंशा पर सवाल
शम्सुद्दीन जब्बार का ऐसा घातक कदम उठाने की वजह क्या थी, इसे लेकर जांच जारी है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले का सीधा संबंध आतंकी संगठन ISIS से जोड़ा जा रहा है।
न्यू ऑर्लियंस में शोक की लहर
यह घटना नए साल का जश्न मनाने आए लोगों के लिए एक डरावना सपना बन गई। न्यू ऑर्लियंस में शोक का माहौल है, और स्थानीय प्रशासन घायलों को हरसंभव मदद मुहैया कराने में जुटा है।
FBI और स्थानीय पुलिस इस हमले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं। सवाल यह है कि इतना शिक्षित और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्ति कट्टरपंथ की ओर कैसे मुड़ गया।
यह घटना सिर्फ न्यू ऑर्लियंस ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवाद किसी भी रूप में और कहीं भी सामने आ सकता है। अब देखना यह होगा कि जांच एजेंसियां इस मामले में क्या निष्कर्ष निकालती हैं।