महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: महाराष्ट्र की सियासत में इतने उलटफेर हो चुके हैं कि राजनीतिक समीकरण का अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया है। कल चुनावी नतीजों से यह तो साफ हो जाएगा कि किसके पक्ष में जनादेश आया, लेकिन इसके बाद सत्ता का समीकरण किस दिशा में जाएगा, यह अभी अनिश्चित है। इस बीच, बीजेपी नेता नारायण राणे के एक बयान ने राजनीतिक माहौल में खलबली मचा दी है।
नारायण राणे का बयान
एबीपी माझा से बातचीत के दौरान राणे ने कहा,
“शरद पवार भी महायुति के साथ आ सकते हैं। वह एक चतुर नेता हैं और अपनी पार्टी के विधायकों के हित में किसी भी समय फैसला ले सकते हैं।”
यह बयान तब आया है जब चुनावी नतीजों में सिर्फ कुछ ही घंटों का समय बचा है।
उद्धव और आदित्य पर निशाना
राणे ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए कहा कि चुनावी नतीजों के बाद उनके लिए सड़क पर चलना भी मुश्किल हो जाएगा। राणे ने उद्धव पर तंज कसते हुए कहा कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए वह केवल दो दिन मंत्रालय गए थे।
देवेंद्र फडणवीस की रणनीति
महागठबंधन (बीजेपी, एनसीपी अजित पवार गुट, शिवसेना शिंदे गुट) के भीतर भले ही सार्वजनिक रूप से कोई बातचीत न हुई हो, लेकिन बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने आवास सागर पर एक महत्वपूर्ण बैठक की।
फडणवीस ने कहा कि नतीजे साफ होने के बाद महागठबंधन निर्दलीय और बागी विधायकों के साथ बातचीत शुरू करेगा।
शरद पवार की चुप्पी
शरद पवार की ओर से नारायण राणे के इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार की रणनीति हमेशा अप्रत्याशित रही है।
क्या होगा आगे?
महाराष्ट्र की सियासत में गठबंधन बदलने और नए समीकरण बनाने का इतिहास रहा है। नारायण राणे का यह बयान महागठबंधन और महाविकास आघाड़ी (MVA) के नेताओं के लिए नई चिंता पैदा कर सकता है। अब सबकी नजरें कल आने वाले चुनावी नतीजों और उसके बाद बनने वाले सत्ता समीकरणों पर टिकी हैं।