AIN NEWS 1 | क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में कई बार ऐसे उदाहरण सामने आते हैं, जो निवेशकों को हैरान कर देते हैं। इनमें से सबसे बड़ा और चर्चित नाम है शीबा इनु (Shiba Inu)। यह टोकन शुरुआत में सिर्फ एक मज़ाकिया मीम कॉइन के रूप में आया था, लेकिन पांच साल में इसने रिटर्न का ऐसा इतिहास रचा, जो वित्तीय बाजारों में बहुत कम देखने को मिलता है।
शुरुआत: एक मामूली कीमत से अरबों तक का सफर
शीबा इनु को Ethereum ब्लॉकचेन पर 2020 में गुमनाम क्रिएटर ‘रयोशी’ ने लॉन्च किया। लॉन्च के समय 1 क्वाड्रिलियन टोकन बनाए गए थे। इसकी शुरुआती कीमत थी — $0.00000000051 (लगभग शून्य के बराबर)। उस समय बहुत कम लोग इस टोकन को गंभीरता से ले रहे थे, क्योंकि मीम कॉइन्स को अक्सर सिर्फ मज़ाक समझा जाता था।
लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं हुई। आज, पांच साल बाद, इसकी कीमत $0.000012 तक पहुंच चुकी है। इसका मतलब है कि जिसने 2020 में सिर्फ $100 (करीब ₹7,400) निवेश किया होता, उसकी वैल्यू अब करीब $2.35 मिलियन (₹20.6 करोड़) होती।
ध्यान कैसे खींचा?
शीबा इनु ने पहली बार तब बड़ी सुर्खियां बटोरीं, जब इसके क्रिएटर ने कुल सप्लाई का 50% यानी 500 ट्रिलियन टोकन Ethereum के को-फाउंडर विटालिक ब्यूटिरिन को भेज दिए। ब्यूटिरिन ने इन टोकन्स में से 40% से ज्यादा को बर्न कर दिया (यानी स्थायी रूप से नष्ट), जिससे मार्केट में सप्लाई कम हुई और कीमत में तेजी आने लगी।
2021: बदलाव का साल
2021 में शीबा इनु की किस्मत ने करवट ली।
Coinbase और Binance जैसे बड़े एक्सचेंजों पर लिस्टिंग हुई।
मीम कॉइन्स में निवेश का ट्रेंड सोशल मीडिया पर तेज़ी से बढ़ा।
एलन मस्क के शीबा इनु डॉग्स से जुड़े ट्वीट्स ने इसकी लोकप्रियता को आसमान पर पहुंचा दिया।
इन घटनाओं के बाद शीबा इनु को करोड़ों नए निवेशक मिले और इसकी कीमत में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिला।
मीम कॉइन से इकोसिस्टम तक
शुरुआत में लोग इसे सिर्फ एक मीम कॉइन मानते थे, लेकिन समय के साथ इसके डेवलपर्स ने इसका इकोसिस्टम मजबूत करने पर ध्यान दिया।
ShibaSwap: शीबा इनु का अपना डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज, जहां लोग टोकन ट्रेड और स्टेक कर सकते हैं।
Shibarium: एक Layer-2 ब्लॉकचेन सॉल्यूशन, जो Ethereum पर चलकर ट्रांजैक्शन फीस कम करने और प्रोसेस तेज़ करने का काम करता है।
इन प्रोजेक्ट्स ने शीबा इनु को एक गंभीर और लंबे समय तक टिकने वाला क्रिप्टो प्रोजेक्ट बनाने की दिशा में आगे बढ़ाया।
अस्थिरता: सबसे बड़ा जोखिम
भले ही शीबा इनु ने चमत्कारिक रिटर्न दिए हों, लेकिन इसकी कीमत में उतार-चढ़ाव बहुत तेज़ है।
यह टोकन मार्केट सेंटीमेंट और सोशल मीडिया ट्रेंड्स पर काफी निर्भर करता है।
एलन मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्तियों के ट्वीट भी इसके भाव को कुछ ही घंटों में ऊपर या नीचे कर सकते हैं।
यानी, अगर आप इसमें निवेश करने की सोच रहे हैं तो तैयार रहें कि इसकी वैल्यू में अचानक बड़े बदलाव आ सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
क्रिप्टो एक्सपर्ट्स का मानना है कि शीबा इनु का भविष्य काफी हद तक Shibarium और इसके अन्य प्रोजेक्ट्स की सफलता पर निर्भर करेगा। अगर ये तकनीकी विकास सफल रहते हैं और इसके यूज़ केस बढ़ते हैं, तो इसकी वैल्यू में और वृद्धि संभव है। लेकिन अगर प्रोजेक्ट्स धीमे चलते हैं या असफल होते हैं, तो कीमत में गिरावट भी आ सकती है।
निवेशकों के लिए जरूरी टिप्स
रिसर्च करें – किसी भी क्रिप्टो में निवेश करने से पहले उसके प्रोजेक्ट, टीम और रोडमैप को समझें।
जोखिम समझें – मीम कॉइन्स में जोखिम पारंपरिक क्रिप्टोकरेंसी से ज्यादा होता है।
डाइवर्सिफिकेशन – अपनी पूरी पूंजी एक ही टोकन में न लगाएं।
लॉन्ग-टर्म सोचें – तेजी से अमीर बनने की लालसा में शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।
शीबा इनु की कहानी इस बात का सबूत है कि क्रिप्टो मार्केट में छोटे निवेश भी बड़े रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन इसके साथ जोखिम भी उतना ही बड़ा होता है। पांच साल में ₹7,400 से ₹20.6 करोड़ का सफर जितना रोमांचक है, उतना ही जोखिम भरा भी है। यह उदाहरण निवेशकों को प्रेरित भी करता है और चेतावनी भी देता है कि क्रिप्टो मार्केट में संतुलित और सूझबूझ के साथ निवेश करें।
Shiba Inu has become one of the most talked-about cryptocurrencies, turning a ₹7,400 investment in 2020 into ₹20.6 crore in just five years. Starting at a price of $0.00000000051, it surged to $0.000012, backed by exchange listings on Coinbase and Binance, Elon Musk’s tweets, and the launch of ShibaSwap and Shibarium. While it offers massive returns, experts warn of extreme volatility, advising investors to track Shibarium developments and market trends before making long-term decisions.



















