AIN NEWS 1: शिमला (हिमाचल प्रदेश) के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर स्थिति काफी गंभीर हो गई है। हिंदू संगठनों ने इस मस्जिद के निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया है, लेकिन प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच की बातचीत विफल हो गई है। इस कारण हालात बेकाबू हो गए हैं और तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
घटनाक्रम की प्रमुख बातें:
1. प्रदर्शन की शुरुआत और प्रशासनिक प्रयास:
संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के विरोध में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद, प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बात की, लेकिन बातचीत विफल हो गई।
रात के समय, पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला, जिसमें एसपी शिमला और डीसी शामिल हुए। इस दौरान, चौक से ढली टनल तक पुलिस ने शांति बनाए रखने का प्रयास किया।
2. प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था:
विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान, पूरा पुलिस बल संजौली में तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू की है, जो बुधवार सुबह 7 बजे से लेकर रात 11:59 बजे तक प्रभावी रहेगी।
छोटा शिमला स्थित राज्य सचिवालय की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। संजौली के एक किमी दूर नवबहार चौक पर भी नाकाबंदी की गई है।
3. प्रदर्शन की तीव्रता:
प्रदर्शनकारियों की उग्रता के कारण संजौली क्षेत्र में धक्कामुक्की शुरू हो गई। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हो रही हैं, और स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल कर सकती है।
पुलिस ने संजौली क्षेत्र के 10 किमी के दायरे में भारी बल तैनात किया है और 20 किमी दूर शोघी में भी नाकाबंदी की गई है। ढली के पास भी प्रदर्शनकारी सक्रिय हैं और संजौली से ढली तक का रास्ता बंद कर दिया गया है।
4. मंत्री और प्रदर्शनकारियों की प्रतिक्रियाएँ:
हिमाचल प्रदेश के मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा है कि मस्जिद का निर्माण अनधिकृत है और इसे गिराया जाना चाहिए। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सुखविंदर सिंह सरकार की पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बलात्कारी तरीके से रोका और लाठीचार्ज किया।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सवाल उठाया कि यदि वे भी हिंदू हैं, तो पुलिस क्यों उन्हें मना कर रही है। उन्होंने इसे अत्याचार करार दिया।
5. स्थिति की गंभीरता और पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने हालात को काबू में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने की तैयारी की है। संजौली चौक पर भी भारी संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे हुए हैं। इस स्थिति को देखते हुए पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया है।
कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं, और एसपी शिमला के नेतृत्व में पुलिस प्रदर्शनकारियों को मनाने का प्रयास कर रही है, लेकिन लोग हटने को तैयार नहीं हैं। डीसी शिमला और आईजी जेपी सिंह भी मौके पर पहुंच गए हैं।
6. सड़क जाम और यातायात प्रभावित:
ढली सब्जी मंडी के पास मुख्य सड़क पर भी चक्का जाम कर दिया गया है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। प्रदर्शनकारी सड़क पर धरने पर बैठ गए हैं, जिससे स्कूली बच्चों और आम नागरिकों को परेशानी हो रही है।
निष्कर्ष:
शिमला के संजौली क्षेत्र में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर बढ़ते विवाद ने स्थिति को बहुत गंभीर बना दिया है। प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत विफल हो चुकी है और पुलिस को बल प्रयोग का सहारा लेना पड़ा है। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है। अब देखना होगा कि स्थिति कब तक नियंत्रण में आती है और प्रशासन इस विवाद को कैसे सुलझाता है।