AIN NEWS 1 | महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। संभाजीनगर मध्य से ठाकरे गुट के उम्मीदवार किशनचंद तनवानी ने नामांकन वापस लेकर सीएम एकनाथ शिंदे का समर्थन करने का ऐलान किया है। यह फैसला उस समय लिया गया जब नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख मात्र एक दिन दूर थी।
तनवानी का समर्थन और बड़े दावे
तनवानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाम वापस लेने की घोषणा की और दावा किया कि महाविकास अघाड़ी (MVA) को इस बार बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ेगा। उनका यह कदम राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है, विशेषकर तब, जब उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना संभाजीनगर जैसे अपने गढ़ में चुनावी मैदान में संघर्ष कर रही है।
संभाजीनगर में शिंदे और ठाकरे गुट का मुकाबला
संभाजीनगर क्षेत्र को शिवसेना का गढ़ माना जाता है, जहां शिंदे गुट के विधायक प्रदीप जयसवाल पहले से चुनाव लड़ रहे हैं। तनवानी के नाम वापस लेने के फैसले से उद्धव ठाकरे गुट पर दबाव बढ़ गया है, और संभावना है कि वे जल्द ही इस सीट से नए उम्मीदवार की घोषणा करेंगे।
गुटबाजी के संकेत और चुनाव पर असर
तनवानी और जयसवाल दोनों शिवसेना के कट्टर समर्थक माने जाते हैं, लेकिन उनके बीच दोस्ती के बावजूद तनवानी का यह कदम गुटबाजी की ओर संकेत करता है। यह देखा जा रहा है कि नामांकन वापसी और गुटबाजी का असर चुनावी परिणामों पर क्या पड़ता है, क्योंकि इस बार AIMIM के उम्मीदवार भी मैदान में हैं, जिनके कारण वोटों का बंटवारा संभव है।
महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।