AIN NEWS 1: भारतीय सेना की आधुनिकता और ताकत में अब एक और नया पहलू जुड़ गया है। आईआईटी इंदौर ने सेना के जवानों के लिए विशेष तकनीक से लैस जूते तैयार किए हैं। इन जूतों की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. बिजली का उत्पादन : इन जूतों में ट्राइबो-इलेक्ट्रिक नैनोजेनरेटर (TENG) तकनीक का उपयोग किया गया है। यह तकनीक हर कदम से बिजली उत्पन्न करती है। जूतों के सोल में एक गैजेट होता है जो इस बिजली को संग्रहित करता है, जिसे छोटे उपकरणों को चार्ज या चलाने में उपयोग किया जा सकता है।
2. सटीक लोकेशन ट्रैकिंग : जूतों में ‘ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम’ (GPS) और ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (RFID) तकनीकें शामिल हैं। इससे सेना के जवानों की वास्तविक समय में लोकेशन का पता लगाया जा सकता है।
3. सुरक्षा और दक्षता : प्रोफेसर आईए पलानी के नेतृत्व में तैयार किए गए इन जूतों से सैनिकों की सुरक्षा, समन्वय और दक्षता में सुधार होगा।
4. अन्य उपयोग : इन जूतों का उपयोग अल्जाइमर से ग्रसित बुजुर्गों, स्कूल जाने वाले बच्चों, पर्वतारोहियों की लोकेशन ट्रैकिंग, और कारखानों में कामगारों की उपस्थिति की निगरानी में भी किया जा सकता है।
5. खिलाड़ियों के लिए उपयोग : ये जूते खिलाड़ियों की हरकतों का विश्लेषण करने में भी सहायक हो सकते हैं, जिससे उनके प्रशिक्षण और प्रदर्शन में सुधार लाया जा सकता है।
आईआईटी इंदौर ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) को इन जूतों के 10 जोड़े भेजे हैं। प्रोफेसर सुहास जोशी के अनुसार, इन जूतों की नवाचारी तकनीक से सैन्य कर्मियों की सुरक्षा और कार्यक्षमता को बल मिलेगा।