AIN NEWS 1: गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर दिए बयान के खिलाफ समाजवादी पार्टी (सपा) ने शनिवार को प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़पें हुईं।
पीलीभीत में झड़प, महिलाओं पर गिरा असर
पीलीभीत में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की के दौरान हालात बिगड़ गए। महिलाओं समेत कई सपा कार्यकर्ता जमीन पर गिर गए। पुलिस ने करीब 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। एक सपा कार्यकर्ता को पुलिस द्वारा जबरन ट्रक में ले जाने की घटना भी सामने आई, जिससे प्रदर्शनकारियों का आक्रोश और बढ़ गया।
संतकबीरनगर में भी तनावपूर्ण माहौल
संतकबीरनगर में पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस हुई। पुलिस प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर थाने ले जा रही थी, लेकिन सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए पुलिस से भिड़ंत कर दी।
वाराणसी और बांदा में भी झड़पें
वाराणसी में सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस से बहस की। बांदा में एक कार्यकर्ता द्वारा अंबेडकर से संबंधित पोस्टर जलाने की कोशिश के दौरान पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की। इसके बाद दोनों पक्षों में हाथापाई हुई।
बसपा और भाजपा की प्रतिक्रिया
बसपा प्रमुख मायावती ने अमित शाह के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे बाबा साहेब अंबेडकर का अनादर बताया। उन्होंने शाह से बयान वापस लेकर माफी मांगने की मांग की। साथ ही, बसपा ने 24 दिसंबर को देशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया है।
दूसरी ओर, भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुटी है। सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने कांग्रेस और सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अंबेडकर के खिलाफ सबसे ज्यादा काम कांग्रेस ने किया है और अब सपा को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है।
सियासी बवाल जारी
अमित शाह के बयान ने यूपी की सियासत में गर्मी ला दी है। सपा का आंदोलन और बसपा के आगामी विरोध प्रदर्शन ने विपक्षी दलों को भाजपा के खिलाफ एकजुट कर दिया है। वहीं, भाजपा इन मुद्दों को संभालने में जुटी है।
इस घटना ने एक बार फिर अंबेडकर जैसे महान नेताओं के सम्मान और राजनीतिक विवादों को चर्चा के केंद्र में ला दिया है।