AIN NEWS 1 लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक सस्पेंडेड कांस्टेबल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसने गुस्से में आकर अपने कार्यालय के कंप्यूटर से सरकारी डेटा को नष्ट कर दिया। यह घटना यातायात निदेशालय के IT सेल से जुड़ी है, जहां कांस्टेबल अजय शर्मा को हाल ही में निलंबित किया गया था।
अजय शर्मा ने अपने निलंबन से नाराज होकर दफ्तर के सिस्टम से 116 वाहनों के चालान डिलीट कर दिए। जब इस बारे में जानकारी मिली, तो IT सेल के प्रभारी, सब इंस्पेक्टर आनन्द कुमार ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अजय शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
एफआईआर के अनुसार, अजय शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 319(2), 318(4) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 व 13 के तहत आरोप लगाए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस तरह की घटनाएं नई नहीं हैं, जब लोग अपनी नौकरी खोने या सस्पेंड होने के बाद बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। हाल ही में राजस्थान के जयपुर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक व्यक्ति ने सिक्योरिटी इंचार्ज की नौकरी से निकाले जाने के बाद व्यापारी से 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के लिए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम से फोन किया था।
इस मामले की जांच में पुलिस ने पता लगाया कि ये फोन कॉल एक ऐप के जरिए किए गए थे, और इस मामले में आरोपी सौरभ सिंह को गिरफ्तार किया गया।
इस तरह के घटनाक्रम यह दर्शाते हैं कि नौकरी से संबंधित विवादों का हल हिंसा या अपराध के जरिए नहीं निकलना चाहिए। यह मामलों की गंभीरता और कर्मचारियों की जिम्मेदारी को दर्शाता है, जिनके कृत्य न केवल उनका भविष्य प्रभावित करते हैं, बल्कि पूरी व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है, और इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।