AIN NEWS 1 | विंड एनर्जी सेक्टर की अग्रणी कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने सोमवार, 12 अगस्त को अपने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे जारी किए। इस बार के नतीजों में कंपनी ने न केवल मुनाफे में मजबूती दिखाई है, बल्कि रेवेन्यू में भी जोरदार उछाल दर्ज किया है, जिससे निवेशकों में उत्साह देखने को मिला।
मुनाफा 7.3% बढ़कर ₹324 करोड़ पार
कंपनी ने बीएसई को दी गई जानकारी में बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 7.3% की वृद्धि के साथ ₹324.3 करोड़ हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने ₹302.3 करोड़ का मुनाफा कमाया था।
यह बढ़त कंपनी के बेहतर ऑपरेशनल प्रदर्शन, नए ऑर्डर्स और डिलीवरी क्षमता में इजाफे का नतीजा है।
रेवेन्यू में 55% की जबरदस्त छलांग
सुजलॉन एनर्जी का ऑपरेश्नल रेवेन्यू इस तिमाही में 55% बढ़कर ₹3,132 करोड़ हो गया, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹2,021 करोड़ था।
कुल आय की बात करें तो यह पिछले साल के ₹2,044.35 करोड़ से बढ़कर इस साल की पहली तिमाही में ₹3,165.19 करोड़ पर पहुंच गई।
ऑर्डर बुक में लगातार मजबूती
कंपनी ने इस तिमाही में 1 गीगावाट के नए ऑर्डर हासिल किए। इसके साथ ही सुजलॉन का कुल ऑर्डर बुक 5.7 गीगावाट तक पहुंच गया।
ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले 10 तिमाहियों से कंपनी के ऑर्डर बुक में लगातार इजाफा हो रहा है, जो इसके बिजनेस की स्थिरता और मांग का स्पष्ट संकेत है।
रिकॉर्ड डिलीवरी
पहली तिमाही में सुजलॉन ने अपनी अब तक की सबसे ज्यादा 444 मेगावाट की डिलीवरी पूरी की, जो कंपनी की प्रोडक्शन और सप्लाई क्षमता में सुधार को दर्शाती है।
EBITDA और मार्जिन में सुधार
EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation and Amortization) में भी मजबूत बढ़त देखने को मिली।
इस तिमाही में EBITDA 62.4% उछलकर ₹598.2 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹368.3 करोड़ था।
EBITDA मार्जिन भी 18.2% से बढ़कर 19.1% हो गया।
यह सुधार कंपनी के बेहतर लागत प्रबंधन और उच्च दक्षता के कारण संभव हुआ है।
कंपनी प्रबंधन का नजरिया
सुजलॉन ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट गिरीश तांती ने कहा—
“C&I (कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल) और PSU कस्टमर्स की बढ़ती डिमांड, साथ ही रिपीट ऑर्डर्स का मजबूत बेस, सुजलॉन के टेक्नोलॉजी और ऑर्डर फुलफिलमेंट पर भरोसे को दर्शाता है।”
ब्रोकरेज हाउस का रुख: ‘खरीदें’ की सलाह
कई बड़े ब्रोकरेज हाउस सुजलॉन एनर्जी के शेयर को लेकर सकारात्मक नजरिया बनाए हुए हैं:
UBS ने ₹78 का टारगेट प्राइस दिया है।
Axis Securities का मानना है कि 3-6 महीनों में शेयर ₹72 तक जा सकता है।
JM Financial ने ₹81 का लक्ष्य तय किया है।
MOFSL (Motilal Oswal Financial Services) ने ₹82 का टारगेट दिया है।
शेयर मार्केट में प्रदर्शन
सोमवार को बीएसई पर सुजलॉन का शेयर 2.11% की बढ़त के साथ ₹64.68 के ऊपरी स्तर पर बंद हुआ। यह संकेत देता है कि निवेशकों का भरोसा कंपनी पर कायम है और आने वाले समय में शेयर में और तेजी देखने को मिल सकती है।
क्यों है सुजलॉन एनर्जी निवेशकों के रडार पर?
लगातार बढ़ती ऑर्डर बुक।
मुनाफे और रेवेन्यू में स्थिर वृद्धि।
उच्चतम तिमाही डिलीवरी का रिकॉर्ड।
लागत प्रबंधन और मार्जिन सुधार।
बड़े ब्रोकरेज हाउस से ‘खरीदें’ की सिफारिश।
निवेशकों के लिए संकेत
अगर आप नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में लंबी अवधि का निवेश देख रहे हैं, तो सुजलॉन एनर्जी इस समय एक मजबूत दावेदार नजर आती है। हालांकि, बाजार जोखिमों को ध्यान में रखते हुए निवेश निर्णय लेना चाहिए।
Suzlon Energy Q1 FY26 results revealed a strong financial performance, with profit rising 7.3% YoY to ₹324.3 crore and revenue jumping 55% to ₹3,132 crore. The renewable energy leader reported its highest-ever quarterly delivery of 444 MW and secured 1 GW of new orders, pushing its total order book to 5.7 GW. EBITDA surged 62.4% to ₹598.2 crore, with margins improving to 19.1%. Brokerages like UBS, Axis Securities, JM Financial, and MOFSL maintain ‘Buy’ ratings, setting target prices between ₹72 and ₹82, indicating a bullish outlook for Suzlon Energy shares.