अलेप्पो पर विद्रोहियों का हमला
AIN NEWS 1: सीरिया के ऐतिहासिक शहर अलेप्पो में हाल ही में हुए संघर्ष ने एक बार फिर वहां गृहयुद्ध की भयावह स्थिति पैदा कर दी है। सीरियाई विद्रोहियों ने एक बड़े हमले के तहत शहर के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया है, जिससे अब तक 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस घटनाक्रम ने राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है।
लंबे समय से अस्थिर है सीरिया
सीरिया 2011 से ही गृहयुद्ध की चपेट में है। विद्रोही गुट लंबे समय से राष्ट्रपति असद की सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश कर रहे हैं। इस संघर्ष के दौरान कई शहर तबाह हो चुके हैं, और लाखों लोगों को अपने घर छोड़कर शरणार्थी बनने पर मजबूर होना पड़ा है। अलेप्पो भी इस संघर्ष का मुख्य केंद्र रहा है।
रूस का असद सरकार को समर्थन
इस संघर्ष में रूस ने राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार का खुलकर समर्थन किया है। रूसी सेना ने असद समर्थक बलों को हथियार और हवाई मदद प्रदान की है। दूसरी ओर, विद्रोही गुटों को भी बाहरी समर्थन मिल रहा है, जिससे संघर्ष और अधिक जटिल हो गया है।
स्थिति क्यों है चिंताजनक?
अलेप्पो पर विद्रोहियों के हमले ने वहां मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। शहर में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी हो गई है। बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। लोग भोजन और दवाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
गृहयुद्ध की वापसी का डर
विशेषज्ञों का मानना है कि अलेप्पो में बढ़ता संघर्ष सीरिया में गृहयुद्ध की वापसी का संकेत हो सकता है। हाल के वर्षों में संघर्ष थोड़ा थमा था, लेकिन यह घटना वहां फिर से व्यापक हिंसा को भड़काने की आशंका पैदा कर रही है।
संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने सीरिया की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सभी पक्षों से शांति और संवाद की अपील की है। हालांकि, अब तक ऐसा कोई ठोस प्रयास नहीं हुआ है जिससे हालात में सुधार हो सके।
निष्कर्ष
अलेप्पो में विद्रोहियों के कब्जे और संघर्ष ने सीरिया के पहले से ही तनावपूर्ण हालात को और खराब कर दिया है। इस संघर्ष का समाधान तभी संभव है जब सभी पक्ष हिंसा छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं। लेकिन जब तक ऐसा नहीं होता, सीरिया के आम नागरिकों को इस संकट की सबसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।