Tahawwur Rana Extradition: BJP MP Manoj Tiwari Praises Modi Government’s Zero Tolerance Policy on Terrorism
26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर बोले मनोज तिवारी: ‘मोदी सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति ला रही है न्याय’
AIN NEWS 1: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद मनोज तिवारी ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा के प्रत्यर्पण पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार की जमकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की पहली प्राथमिकता है कि देश में अपराध और आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए।
कौन है तहव्वुर हुसैन राणा?
तहव्वुर राणा पाकिस्तान मूल का एक कनाडाई नागरिक है, जिस पर भारत में 2008 के मुंबई आतंकी हमलों की साजिश में शामिल होने का आरोप है। जांच एजेंसियों के अनुसार, राणा ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर इन हमलों की योजना बनाई थी, जिसमें 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।
प्रत्यर्पण की प्रक्रिया
राणा लंबे समय से अमेरिका में बंद था। भारत ने अमेरिका से उसका प्रत्यर्पण कराने की लगातार कोशिशें की थीं। यह एक जटिल और लंबी कानूनी प्रक्रिया रही, लेकिन अंततः भारत को सफलता मिली। अब तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है, जहां उस पर भारतीय अदालत में मुकदमा चलेगा।
मनोज तिवारी की प्रतिक्रिया
मनोज तिवारी ने कहा, “यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जीत है। उन्होंने दिखाया है कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। पहले की सरकारें ऐसे लोगों को बचाने का प्रयास करती थीं, लेकिन आज की सरकार उन्हें न्याय के कटघरे में लाने में लगी है।”
उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार ने हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। राणा जैसे आतंकियों का भारत में प्रत्यर्पण कराना यह दर्शाता है कि अब कोई भी अपराधी भारत की न्याय प्रणाली से नहीं बच सकता।
2014 से पहले और अब का फर्क
मनोज तिवारी ने पुराने समय की सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि 2014 से पहले तक आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई कमजोर थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले की सरकारें अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते या अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण ऐसे मामलों में निष्क्रिय रहीं। लेकिन अब मोदी सरकार ने ये साफ कर दिया है कि आतंकवाद के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
क्या है आगे की प्रक्रिया?
अब जब तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा, तो उसे विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। उसके खिलाफ आरोप तय होंगे, गवाहों की गवाही होगी, और अंततः अदालत तय करेगी कि उसे किस प्रकार की सज़ा मिलनी चाहिए। भारत सरकार चाहती है कि न्यायिक प्रक्रिया तेज़ी से पूरी हो और 26/11 हमले के पीड़ितों को न्याय मिले।
तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक और कानूनी जीत है। यह दर्शाता है कि मोदी सरकार आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए गंभीर है। मनोज तिवारी के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई समझौता नहीं होगा।
यह कदम न केवल 26/11 के पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह संदेश भी है कि भारत अब अपने दुश्मनों को कहीं भी ढूंढकर लाने और सज़ा दिलाने में सक्षम है।
BJP MP Manoj Tiwari strongly supported the extradition of Tahawwur Hussain Rana, one of the key accused in the 26/11 Mumbai terror attacks, praising Prime Minister Narendra Modi’s zero tolerance policy on terrorism. Tiwari emphasized that earlier governments allegedly protected such criminals, but the Modi government’s efforts have now ensured Rana’s return to India for justice. This major development reinforces the government’s tough stand against terrorism and its commitment to national security and justice for 26/11 victims.