AIN NEWS 1: तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी 12 मई 2018 को बहुत ही शाही अंदाज़ में हुई थी। ऐश्वर्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती और वरिष्ठ नेता चंद्रिका राय की बेटी हैं। शादी को राजनीतिक रूप से एक बड़ा गठजोड़ माना गया था, लेकिन यह रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चला।
जल्द ही सामने आया विवाद
शादी के कुछ ही महीनों बाद ऐश्वर्या राय और तेज प्रताप के बीच विवाद शुरू हो गया। ऐश्वर्या ने तेज प्रताप पर मानसिक प्रताड़ना और हिंसक व्यवहार के आरोप लगाए। उन्होंने तलाक की अर्जी दी और कई बार मीडिया के सामने आकर अपने दर्द को साझा किया। लेकिन लालू परिवार खासकर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव इस पूरे मामले में चुप ही रहे।
अनुष्का यादव की एंट्री
हाल ही में तेज प्रताप की एक युवती के साथ निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिसके बाद उनका नाम अनुष्का यादव से जोड़ा गया। कहा जा रहा है कि तेज प्रताप पिछले 12 सालों से अनुष्का से प्रेम करते थे। यह बात खुद तेज प्रताप ने स्वीकार की है। यह वही समय था जब उनकी शादी ऐश्वर्या राय से हुई थी, यानी 2018 में। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर पहले से प्रेम संबंध थे तो फिर ऐश्वर्या से शादी क्यों की गई?
बीजेपी ने उठाए सवाल
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने इस पूरे मुद्दे को लेकर लालू यादव को एक खुला पत्र लिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐश्वर्या और उनके परिवार को धोखे में रखकर यह शादी कराई गई। निखिल ने कहा कि तेज प्रताप ने ऐश्वर्या और अनुष्का दोनों के साथ धोखा किया है। उन्होंने तेज प्रताप से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।
तेज प्रताप की सफाई और पलटवार
तेज प्रताप ने खुद एक बयान में कहा कि वह अनुष्का यादव से सच्चा प्रेम करते हैं और उसी से शादी करना चाहते थे। उनका कहना है कि पारिवारिक दबाव में आकर ऐश्वर्या से शादी करनी पड़ी। उन्होंने अपने परिवार पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि उनकी मर्जी को दबाया गया।
लालू परिवार की चुप्पी और अब की कार्रवाई
शादी के समय चुप रहने वाला लालू परिवार अब तेज प्रताप की हरकतों से परेशान हो चुका है। युवती के साथ वायरल हुई तस्वीरों के बाद तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया गया है। यह निर्णय खुद लालू यादव ने लिया, जिससे साफ है कि अब परिवार की छवि बचाने की कोशिश की जा रही है।
क्या कहता है यादव समाज?
बीजेपी और अन्य सामाजिक संगठनों का कहना है कि तेज प्रताप की वजह से यादव समाज की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। ऐश्वर्या राय को एक यादव परिवार की बेटी के रूप में देखा गया और उनका अपमान पूरे समाज का अपमान माना जा रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि उनके सम्मान की भरपाई कौन करेगा?
प्रेम, राजनीति और सामाजिक दबाव का मिश्रण
तेज प्रताप, ऐश्वर्या और अनुष्का की यह त्रिकोणीय कहानी सिर्फ एक व्यक्तिगत मामला नहीं है, यह राजनीति, सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक दबाव का मिश्रण बन चुकी है। एक तरफ प्रेम का दावा है, दूसरी ओर धोखे और झूठ की परतें हैं। इस पूरे विवाद ने न सिर्फ लालू परिवार को झकझोर दिया है, बल्कि बिहार की राजनीति में भी उबाल ला दिया है।
The Tej Pratap Yadav love triangle involving Aishwarya Rai and Anushka Yadav has stirred both political and personal drama in Bihar. From a grand wedding with Aishwarya Rai in 2018 to allegations of a long-standing affair with Anushka Yadav since 2012, the controversy has grown deeper. Tej Pratap’s recent viral photos, his expulsion from the party, and BJP’s criticism have reignited the spotlight on this emotional and political saga. This article uncovers the timeline, betrayal, and public reactions that define this scandalous chapter in Bihar politics.