AIN NEWS 1 | बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास आ गई है। हालिया विवाद सीमा पर कांटेदार बाड़ लगाने और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की गतिविधियों को लेकर है। इस बीच दोनों देशों के बीच सीमा तनाव बढ़ने की खबरें सामने आई हैं।
सेना प्रमुख का बयान
सेना दिवस से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि भारत, बांग्लादेश के साथ तभी बातचीत करेगा जब वहां निर्वाचित सरकार होगी। उन्होंने यह भी बताया कि संकट के दौरान और हाल में बांग्लादेश के सेना प्रमुख के साथ उनके संपर्क जारी रहे हैं।
बांग्लादेश की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ हालिया सीमा तनाव पर चर्चा की और भारतीय BSF की गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने पर जोर दिया।
मणिपुर और म्यांमा सीमा पर स्थिति
सेना प्रमुख ने मणिपुर की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सरकार और सुरक्षा बलों के प्रयासों से मणिपुर में हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन हिंसा की छिटपुट घटनाएं जारी हैं। म्यांमा से संभावित प्रभावों को देखते हुए भारत-म्यांमा सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
भारत की स्थिति और रणनीति
- बातचीत की शर्त: बांग्लादेश से बातचीत तभी होगी जब वहां लोकतांत्रिक सरकार सत्ता में हो।
- सीमा पर सुरक्षा: सीमा क्षेत्र में BSF और सेना की गतिविधियां सतर्कता बढ़ा रही हैं।
- राजनीतिक समाधान की उम्मीद: भारत तनाव को कम करने के लिए बातचीत और कूटनीति का सहारा ले रहा है।
यह बयान दर्शाता है कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ संतुलन बनाने और सीमा विवादों को हल करने के लिए सशर्त कूटनीति का सहारा ले रहा है।