अमेरिका में फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़े गए लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी ने खलबली मचा दी है।
पिछले हफ्ते अमेरिका के कैलिफोर्निया में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया, जिसने खुद को “भानू” बताया था। जांच में पता चला कि वह कोई और नहीं, बल्कि भारत का वांछित आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है, जो पंजाब और राजस्थान समेत कई राज्यों में संगीन अपराधों के लिए 10 लाख रुपये का इनामी है।
कैसे हुई पहचान?
लॉस एंजेलिस में इमिग्रेशन अधिकारियों को “भानू” के पासपोर्ट और वीजा की जांच के दौरान उस कंपनी के रेफरेंस लेटर पर शक हुआ, जिसके जरिए वह अमेरिका पहुंचा था। गहन पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि वह लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई है, जो फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अमेरिका में प्रवेश कर चुका था।
एफबीआई की सक्रियता और भारतीय एजेंसियों से तालमेल
गिरफ्तारी के बाद यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने इस मामले की जानकारी एफबीआई (फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) को दी। एफबीआई ने भारतीय एजेंसियों को सूचना साझा की और उनसे अनमोल बिश्नोई के भारत में किए गए अपराधों का विस्तृत विवरण मांगा।
अनमोल बिश्नोई पर लगे गंभीर आरोप:
- सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भूमिका।
- सलमान खान के घर शूटआउट की साजिश।
- बाबा सिद्दीकी मर्डर केस।
- राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, और मुंबई में कुल 32 मामले दर्ज।
भारत लाने की कोशिशें
भारतीय एजेंसियां, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और इंटरपोल की मदद से अनमोल बिश्नोई को भारत वापस लाने की प्रक्रिया में जुटी हैं। उसके खिलाफ जारी अरेस्ट वारंट्स और अपराधों की पूरी डोजियर एफबीआई को सौंप दी गई है।
हालांकि, अनमोल ने अमेरिका में शरण लेने की अर्जी दी है और दावा किया है कि भारत में उसकी जान को खतरा है। इस शरण याचिका पर अमेरिकी अदालत के फैसले तक उसे डिपोर्ट करना मुश्किल हो सकता है।
क्या हैं बाधाएं?
- भारत-कनाडा विवाद: कनाडा ने पहले ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर खालिस्तानी नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। ऐसे में कनाडा भी अनमोल की हिरासत मांग सकता है।
- राजनीतिक और कानूनी प्रक्रियाएं: अमेरिका और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि है, लेकिन अनमोल को भारत लाने में समय लग सकता है।
निष्कर्ष
अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी से भारतीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। हालांकि, उसे भारत लाना एक लंबी प्रक्रिया होगी। भारत और अमेरिका के बीच इस मामले में सामंजस्य और तेजी से कार्यवाही अनमोल के प्रत्यर्पण के लिए अहम साबित हो सकती है।